उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो दिवसीय दौरे के पहले दिन शनिवार को सहारनपुर में स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया और विकास एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा की।
दोपहर करीब सवा बजे पुलिस लाइन पर बने हेलीपैड पर उतरने के बाद श्री योगी ने जिला अस्पताल का रूख किया जहां उन्होंने 30 मिनट तक बारीकी के साथ निरीक्षण किया। उन्होने इमरजेंसी, बच्चा वार्ड के अलावा आईसीयू का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में भर्ती रोगियों और उनके तीमारदारों से अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं के बावत सवाल-जवाब किए।
मुख्यमंत्री ने रोगियों और तीमारदारों से पूछा कि उन्हें समय पर दवाइयां, चिकित्सा सुविधा और भोजन मिल रहा है या नहीं और उनकी यहां पर उचित देखरेख हो रही है या नहीं। मुख्यमंत्री ने एक बच्चे को गोद में उठाकर उसे दुलार-प्यार किया। वहीं सीएमओ बलजीत सोढ़ से जानना चाहा कि राज्य सरकार इस अस्पताल के लिए क्या अतिरिक्त सुविधाएं दे सकती है। सीएमओ ने बताया कि प्रतिदिन हजारों की संख्या में रोगी आते हैं। यहां एमआरआई सुविधा दिए जाने की आवश्यकता है।
उन्होने जिला अस्पताल को एमआरआई मशीन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। जिला और देहात के सरकारी अस्पताल में चिकित्सकों के रिक्त पड़ पदों को शीघ, भरे जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री के साथ सहारनपुर के प्रभारी मंत्री प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, सहारनपुर मंडल के शामली जिले के थानाभवन सीट के विधायक और प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा, सहारनपुर के नकुड़ के विधायक और प्रदेश के आयुष मंत्री डा. धर्मसिंह सैनी, सांसद प्रदीप चैधरी, कमिश्नर संजय कुमार, जिलाधिकारी आलोक पांडे आदि मौजूद रहे।
सहारनपुर जिला अस्पताल से मुख्यमंत्री का काफिला सीधे सर्किट हाउस पहुंचा, जहां उन्होंने पौधा रोपण करने के बाद जनप्रतिनिधियों से भेंट की। इसके बाद श्री योगी ने विभिन्न सामाजिक, व्यापारिक, राजनीतिक संगठनों के पदाधिकारियों ने मुलाकात की। मीडिया को मुख्यमंत्री के पूरे कार्यक्रम से दूर रखा गया। विपक्षी दलों के सांसदों और विधायकों को भी मुख्यमंत्री से भेंट का निमंत्रण नहीं दिया गया।
सपा विधायक संजय गर्ग ने बताया कि उन्होंने कल कमिश्नर और जिलाधिकारी से मुख्यमंत्री से मुलाकात कराने की मांग की थी। दोनों अफसरों ने उनके इस विचार करने का भरोसा दिया था। विपक्षी दलों के जनप्रतिनिधियों ने इस पर काफी नाराजगी जताई। उनका कहना था कि हम लोग भी जनहित के कुछ ज्वलंत सवालों की ओर मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित कराना चाहते थे। यह पहला मौका है जब मुख्यमंत्री को सरकारी दौरे के दौरान संपूर्ण मीडिया और विपक्षी दलों के जनप्रतिनिधियों को दूर रखा गया। मुख्यमंत्री ने सहारनपुर मंडल के विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा भी की।
मुख्यमंत्री की वरीयता वाले 18 बिंदुओं पर प्रशासन ने प्रगति रिपोर्ट से अवगत कराया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहारनपुर मंडल की चुस्त दुरूस्त कानून व्यवस्था और अपराधों पर नियंत्रण के लिए प्रभावी नियंत्रण के लिए संतोष जताया। मुख्यमंत्री ने बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस विशेष सतर्कता और संवेदनशीलता दिखाए।
श्री योगी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सुबह नौ बजे अपने कार्यालयों में पहुंचे और 11 बजे तक उनकी ज्वलंत समस्याओं का समाधान करें, जो अधिकारी इन नियमों का पालन नहीं करेगा उसका वेतन काटा जाएगा। मुख्यमंत्री ने रिक्त हुई गंगोह विधानसभा के उपचुनाव के लिए भी पार्टी के चुनिंदा पदाधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया और फीडबेक लिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देर रात तक लोगों के प्रतिनिधि मंडलों से भेंट करेंगे और रात्रि विश्राम सहारनपुर के सर्किट हाउस में करने के बाद रविवार प्रात: मुरादाबाद के लिए रवाना होंगे। वहां पहुंचकर मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था एवं अन्य कार्यों की समीक्षा करेंगे।