हरा-भरा वातावरण सभी को पसंद है लेकिन ऐसा वातावरण तैयार करने के लिए कम लोग ही सामने आते है। पर्यावरण के लिए बड़ी – बड़ी बाते तो सभी करते है और ज्यादा से ज्यादा पर्यावरण दिवस पर एक पौधे को लगा कर दस लोग फोटो खींचा लेते है। पर्यावरण संरक्षण को लेकर सभी सरकार नीति बनती है प्रचार करते है। लेकिन योगी सरकार अपने अभियान को जमनी हकीकत देने जा रही है। ‘वन-टैप-वन-ट्री अभियान के तहत वातावरण को हरित आवरण का विस्तार करना और ग्रामीण इलाको में एक साथ नल से पानी की सुविधा सुनिश्चित करना है। राज्य सरकार जुलाई के पहले सप्ताह में ग्रामीण क्षेत्रों में पांच लाख से अधिक पौधे लगाना और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना चाहती है।
बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान
नमामि गंगे और ग्रामीण जल आपूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने बुधवार को इस आशय की बैठक की अध्यक्षता की। श्रीवास्तव ने अधिकारियों को 1 से 7 जुलाई के बीच जल समितियों और अन्य संगठनों द्वारा बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान चलाने का निर्देश दिया। जल समितियों और अन्य संगठनों को जिला, ब्लॉक और ग्राम पंचायत स्तरों पर वृक्षारोपण अभियान चलाने का काम दिया गया है। संगठनों के सदस्य पर्यावरण आधारित कार्यक्रम चलाएंगे और पर्यावरण और पानी बचाने के बारे में ग्रामीणों के बीच जागरूकता फैलाएंगे। जल समितियां लोगों को दूषित पानी से होने वाली बीमारियों और रोकथाम के तरीकों के बारे में शिक्षित करेंगी, साथ ही वर्षा जल के संरक्षण की तकनीकों के बारे में जागरूकता बढ़ाएंगी।
योगी सरकार वर्तमान के साथ भविष्य पर भी चिंतिति 
जल-शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, “योगी सरकार न केवल वर्तमान पर ध्यान देती है, बल्कि भविष्य को लेकर भी उतनी ही चिंतित है। अभियान इसका प्रमाण है।” उन्होंने कहा कि यह पहल यह सुनिश्चित करेगी कि हमारी आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो और वे स्वच्छ वातावरण में सांस ले सकें। मुख्यमंत्री के निर्देश पर नमामि गंगे और ग्रामीण जल आपूर्ति विभाग द्वारा यह पहल शुरू की जाएगी। राज्य में ‘हर-घर-जल’ योजना के तहत अब प्रत्येक लाभार्थी को नल के पानी के कनेक्शन के साथ-साथ एक पौधा भी उपलब्ध कराया जाएगा।
प्रतिदिन लगभग 40,000 से 42000 नए नल जल कनेक्शन
ये पौधे नमामि गंगे और ग्रामीण जल आपूर्ति विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा नल कनेक्शन प्राप्त करने वाले परिवारों के घरों के बाहर, ओवरहेड टैंकों, पंप हाउसों और जल उपचार संयंत्रों पर लगाए जाएंगे। देश के सभी राज्यों की तुलना में उत्तर प्रदेश ने ‘जल समिति’ योजना के तहत सबसे अधिक नल कनेक्शन प्रदान किए हैं। ग्रामीण उत्तर प्रदेश में परिवारों को प्रतिदिन लगभग 40,000 से 42000 नए नल जल कनेक्शन प्रदान किए जाते हैं।