वयक्ति दो वक्त की रोटी कमाने के दिन – रात कर देता है। फिर भी कुछ लोग शाम को अन्न से किसी कारण वश भूखे पेट सो जाते है। सभी राज्य सरकार की यही कोशिश रहती है उनका कोई भी नागरिक भूखे पेट न सोये जिसके लिए सरकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम तय किया। जिसके तहत सभी को अन्न मिल सके।उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत कवर किए गए राइस फोर्टिफिकेशन योजना के 15.05 करोड़ लाभार्थियों को ‘फोर्टिफाइड चावल’ के वितरण की सुविधा के लिए योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने राज्य में केवल उन चावल मिलों को धान आवंटित करना शुरू कर दिया है।
64,365 राशन की दुकानों को एनएफएसए के तहत कवर किए
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक केंद्र सरकार की चावल फोर्टीफिकेशन योजना के दूसरे चरण में, राज्य के 60 जिलों में 64,365 राशन की दुकानों को एनएफएसए के तहत कवर किए गए 12 करोड़ लाभार्थियों को 46.10 लाख मीट्रिक टन वार्षिक आवंटन के साथ फोर्टिफाइड चावल के वितरण के लिए चुना गया था। गौरतलब है कि चावल भारत की 65 प्रतिशत आबादी का मुख्य भोजन है और भारत चावल का सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता भी है, जो दुनिया के चावल के कुल उत्पादन में 22 प्रतिशत का योगदान देता है।
देश में एनीमिया सहित लोगों में संबंधित समस्याएं
पोषण के मामले में फोर्टिफाइड चावल सामान्य चावल की तुलना में अधिक समृद्ध होता है क्योंकि मिलिंग और प्रसंस्करण आमतौर पर सामान्य चावल से वसा और सूक्ष्म पोषक तत्वों को हटाते हैं, जबकि फोर्टिफाइड चावल इन सभी गुणों को बरकरार रखता है। विटामिन बी-1, विटामिन बी-6, विटामिन ई, नियासिन, आयरन, जिंक, फोलिक एसिड, विटामिन बी-12 और विटामिन ए फोर्टिफाइड चावल में सम्मिश्रण प्रक्रिया के माध्यम से सूक्ष्म पोषक तत्वों से संरक्षित और समृद्ध होते हैं और यह कई स्वास्थ्य समस्याओं को हल करने में मदद कर सकता है- देश में एनीमिया सहित लोगों में संबंधित समस्याएं। एनएफएसए की राइस फोर्टिफिकेशन स्कीम के जरिए देश में इसके वितरण की प्रक्रिया को बढ़ावा दिया जा रहा है।
12 करोड़ लोगों को चावल फोर्टिफिकेशन योजना का लाभ
राज्य सरकार राज्य के 15.05 एन.एफ.एस.एल. हितग्राहियों को फोर्टिफाइड चावल का लाभ देने के लिए कमर कस चुकी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, एनएफएसए के तहत 60 जिलों में 64,365 राशन दुकानों को 46.10 लाख मीट्रिक टन के वार्षिक आवंटन के माध्यम से 12 करोड़ लोगों को चावल फोर्टिफिकेशन योजना का लाभ मिलना शुरू हो चुका है। उत्तर प्रदेश सरकार ने मार्च 2024 तक 79,365 राशन दुकानों के माध्यम से 3.61 करोड़ राशन कार्ड धारकों को फोर्टिफाइड चावल उपलब्ध कराने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए भी कदम उठाए हैं। फोर्टिफाइड चावल का उत्पादन 1718 राइस मिलों में किया जाएगा। 1,71,000 करोड़ रुपये सीधे किसानों के खातों में ट्रांसफर किए गए हैं। फोर्टिफाइड चावल के उत्पादन और विपणन को बड़े पैमाने पर प्राथमिकता दी गई है।