समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता व विधायक रमाकांत यादव मुश्किल में घिरते नजर आ रहे हैं। चर्चित माहुल जहरीली शराब कांड में पुलिस की जांच मास्टरमांइड तक पहुंच चुकी हैं। पुलिस ने अपनी विवेचना में भांजे रगेंज को नहीं बल्कि विधायक रमाकांत यादव को इस अवैध शराब कांड का मास्टरमांइड बताया हैं।
कई अलग -अलग मामलों में जेल की सलाखों के पीछे यादव
रमाकांत यादव आजमगढ़ का जाना माना व अपराधिक नाम हैं। रमाकांत यादव कई अलग -अलग मामलों में सलाखों के पीछे हैं। पुलिस ने रमाकांत यादव की 14 दिन की रिमांड पर ली हैं। रमाकांत यादव चार बार के सांसद व कई बार के विधायक हैं। आजमगढ़ एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि विवेचना के दौरान रमाकांत यादव का नाम माहुल जहरीली शराब कांड में सामने आया है। अब उससे पूछताछ होगी। इस मामले में अब तक छह आरोपियों पर रासुका और 13 पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हो चुकी है। अभी विवेचना चल रही है। जिसका भी नाम प्रकाश में आएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।
जहरीली शराब कांड से सिहर उठा था यूपी , आंखों की रोशनी खो बैठे थे लोग
माहुल शराब कांड के कारण यूपी के 13 लोगों की जान चली गई थी। कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई थी। पुलिस की इस कार्रवाई से इस प्रकरण में गिरफ्तार अन्य अरोपियों के परिजनों में भी हड़कंप मच गया थी। 21 फरवरी 2022 को नगर पंचायत माहुल स्थित रंगेश यादव के देसी शराब की दुकान से जहरीली शराब की बिक्री की गई। जिसके सेवन से कोहराम मच गया। 13 से अधिक लोगों की मौत हो गई तो वहीं दर्जनों को कई अन्य तरह की परेशानियां झेलनी थी।
शक था लेकिन सबूत ना लग पाने के कारण रमाकांत तक नहीं पहुंच पाई थी पुलिस
पुलिस ने इस मामले में 25 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया। जिसमें विधायक रमाकांत यादव का भांजा रंगेश यादव भी शामिल है। विवेचना शुरू होने के पहले तक रंगेश यादव को ही इस जहरीली शराब कांड का मास्टरमाइंड माना जा रहा था। रमाकांत पर पुलिस को शक तो था लेकिन साक्ष्य के आभाव में पुलिस रमाकांत यादव तक पहुंचने में असमर्थता जता रही थी।
आपको बता दे कीशुरूआत में पुलिस ने इस मामले में असमर्थता जताई थी। लेकिन मौतों का आंकड़ा बढने लगा तो हरकत में पड़ गई थी। आलीशान मकान में दवाई के नाम पर केमिकल के जरिए अवैध शराब का काम किया जा रहा था। छापेमारी के दौरान पुलिस की आंखे खुली रह गई थी। क्योंकि कभी भी ऐसी आलीशान व शान- ओ- शोकत से नवाजी गई कोठी में शराब का निर्माण होते नही पकड़ा गया था।
कोठी से सैल्समैन के जरिए शराब दुकानों पर अवैध शराब बेची जाती थी। सैल्समैन ने पुलिस पूछताछ में गहरे राज खोले थे ।