उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज चेतन चौहान की मौत को लेकर शिवसेना सीबीआई जांच की मांग कर रही है। वहीं चेतन चौहान पत्नी संगीता चौहान ने उनके पति के मौत के डॉक्टरों की लापरवाही के आरोपों का खंडन करते हुए इस मामले में विवाद न पैदा करने का आग्रह किया है।
शिवसेना की ओर से जारी बयान के मुताबिक इस संबंध में पार्टी के नेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल सोमवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिला और उन्हें इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपा। बयान में कहा गया कि ”किन परिस्थितियों में संजय गांधी आर्युविज्ञान संस्थान लखनऊ से मंत्री चेतन चौहान को मेदांत अस्पताल गुरूग्राम भेजा गया। क्या सरकार को एसजीपीजीआई जैसे प्रतिष्ठित संस्थान पर भरोसा नही है।”
बयान में कहा गया है कि सरकार सोती रही और प्रदेश के दो मंत्रियों की मौत हो गई। सरकार को इस मामले की सीबीआई जांच करानी चाहिए। इन आरोपों पर चेतन चौहान की पत्नी संगीता ने कहा, ‘चेतन जी एक महान व्यक्तित्व थे। लोग उनकी मृत्यु पर संवेदना व्यक्त कर रहे हैं।
उन्होंने कभी भी यह नहीं बताया कि क्या उन्हें कोई स्वास्थ्य समस्या है। परिवार के सुझाव पर, हमने उन्हें पीजीआई से मेदांता स्थानांतरित कर दिया। योगी जी और राज्य मंत्री ने हमारी मदद की। डॉ हर्षवर्धन उनके स्वास्थ्य पर एक दैनिक अपडेट लेते थे। चूंकि चेतन कोरोना वार्ड में थे, इसलिए हम उनसे नहीं मिल सके।’
73 वर्षीय चेतन चौहान कोविड 19 संक्रमित पाये जाने के बाद संजय गांधी पीजीआई में भर्ती कराए गए थे। बाद में तबियत बिगड़ने पर उन्हें हरियाणा के गुरूग्राम के मेंदाता अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां 16 अगस्त को उनकी मौत हो गई।