देशभर में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। इसी बीच उत्तर प्रदेश में शनिवार को (यानी आज) कोरोना वायरस से अभी भी संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 1504 हो गयी। प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा, ”प्रदेश में ‘एक्टिव केसेज’ (अभी भी संक्रमित मामलों) की संख्या 1504 है।
कुल 57 जिलों से संक्रमण के 1778 मामले सामने आये हैं। कुल 248 लोग पूर्णतया उपचारित होकर घर जा चुके हैं जबकि 26 लोगों की दुभार्ग्यपूर्ण मृत्यु हो गयी है।” प्रसाद ने बताया कि मृतकों में अधिकांश लोग या तो अधिक उम्र के थे या फिर किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त थे। ”इसीलिए हम बार बार अनुरोध कर रहे हैं कि बुजुर्गों को संक्रमण से बचाना है।”
उन्होंने बताया कि वैसे 60 साल से अधिक उम्र के लोगों में संक्रमण का प्रतिशत पहले दस प्रतिशत से अधिक था जो अब घटकर 7 . 93 प्रतिशत रह गया है। प्रसाद ने बताया कि कल 4115 नमूने जांच के लिए लिये गये। कुल 3719 नमूने लैब भेजे गये। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि अस्पतालों से जो संक्रमण हो रहा है, यह संक्रमण का बड़ा स्रोत निकल कर आ रहा है।
Coronavirus : राज्य सरकारों की आपत्ति के बाद केंद्र ने रैपिड टेस्ट किट के इ्स्तेमाल पर ने लगाई रोक
कई जिलों में अस्पतालों से संक्रमण फैला है। प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि अस्पतालों में संक्रमण रोकथाम प्रोटोकाल की पूरी तैयारी हो। उस क्रम में हम लोगों ने आज तय किया कि हर जिले में संक्रमण रोकथाम प्रोटोकाल होगा और अपर मुख्य चिकित्साधिकारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि टीम में आईएमए के प्रतिनिधि, डाक्टर, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ के प्रतिनिधि, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी शामिल होंगे। कल तक समिति का गठन कर दिया जाएगा। प्रमुख सचिव ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में संक्रमण रोकथाम के लिए मौके पर प्रशिक्षण दिया गया है।
निजी अस्पतालों को भी ‘जूम’ प्लेटफार्म पर ट्रेनिंग दी गयी है। उन्होंने कहा, ”मैं फिर से दोहरा रहा हूं कि इस संक्रमण से घबरायें नहीं बल्कि हमें इससे बचना है। बचाव ही सबसे अच्छा तरीका है। इसके लिए हाथ साबुन—पानी से धोयें, एकदूसरे से दूरी बनाये रखने के नियम का पालन करें, चेहरे मास्क या गमछा बांधें और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय करें।”