समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव ने अलग राजनीतिक दल में शामिल हुए नेता ओम प्रकाश राजभर के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि राजभर जैसे नेता चुनाव जीतकर फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके जैसे नेता चुनाव जीतकरदल बदल लेते हैं। उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में घोसी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह का चुनाव प्रचार करने यहां पहुंचे शिवपाल सिंह यादव ने पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही। ओमप्रकाश राजभर को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में शिवपाल ने कहा, ”ओमप्रकाश राजभर जैसे नेता चुनाव जीतकरदल बदल लेते हैं। सम्मानित राजभर समाज के लोगों से तो हम कहेंगे कि जो यहां से चुनकर जाते हैं, वे वहां पर दल बदल लेते हैं। इन पर भरोसा नहीं करना चाहिए।”
विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए
जब यादव को राजभर के उस बयान की याद दिलाई गयी जिसमें उन्होंने दावा किया है कि अखिलेश यादव कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे, तो प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सपा नेता ने कहा, ‘‘ये ऐसी ही बात करते हैं, इनकी किसी बात का कोई ठिकाना नहीं है, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के बारे में कुछ दिनों पहले क्या बोल रहे थे।’’ राजभर ने 2022 का विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ मिलकर लड़ा था और 403 सदस्यीय विधानसभा में उनकी पार्टी के छह सदस्य जीतकर पहुंचे हैं। पिछले महीने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में सुभासपा भी शामिल हो गयी। सुभासपा से ही बाहुबली मुख्तार अंसारी के पुत्र अब्बास अंसारी भी मऊ सीट से विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए हैं।
समाजवादी पार्टी का हिस्सा नहीं रहे
शिवपाल सिंह यादव से सपा के पक्ष में मुख्तार अंसारी के भतीजे और गाजीपुर जिले की मोहम्मदाबाद सीट से सपा विधायक सुहेब अंसारी उर्फ मन्नू अंसारी के चुनाव प्रचार में सक्रिय होने के बारे में पूछा गया तो यादव ने कहा कि मुख्तार अंसारी कभी भी समाजवादी पार्टी का हिस्सा नहीं रहे। उन्होंने कहा कि मन्नू अंसारी और उनके पिता (पूर्व विधायक सिगबतुल्लाह अंसारी) समाजवादी पार्टी का हिस्सा पहले भी रहे हैं और अब भी हैं। यादव ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी बड़े अंतर के साथ चुनाव जीत रही है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार दारा सिंह चौहान को दलबदलू करार देते हुए कहा कि ऐसे लोगों पर जनता को भरोसा नहीं करना चाहिए। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा से चुने गए दारा सिंह चौहान ने पिछले महीने सपा छोड़ दी और विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गये। इस वजह से घोसी में उपचुनाव हो रहा है।