2024 लोकसभा चुनाव अब ज्यादा दूर नहीं है। इसलिए राजनीतिक दल तैयारी भी शुरु कर चुके है। इसी क्रम में एक बैठक वाराणसी में हुई है। इस बीच उत्तर प्रदेश में राजभर समाज के बड़े नेता ओम प्रकाश राजभर वाराणसी में योगी आदित्यनाथ से मिले हैं। जिसके बादसे माना जा रहा है कि राजभर अब पलटकर चौंकाने वाले बीजेपी के साथ आने की तैयारी कर रहे हैं।
राजभर और योगी ने की मुलाकात
वाराणसी में ओमप्रकाश राजभर और सीएम योगी के बीच बैठक हुई थी और करीब आधे घंटे तक दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई । ओमप्रकाश राजभर के बेटे और सुभासपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अरुण राजभर ने इस मुलाकात की पुष्टि भी की है। बताया जा रहा है कि रात में मिलने के बाद दोनों नेताओं में फिर से शुक्रवार की सुबह चाय पर चर्चा हुई। इन मुलाकातों ने मौजूदा उत्तर प्रदेश में सियासी हलचल को बढ़ा दिया है। इससे वैसे तो साफ हो रहा है कि राजभर बीजेपी के साथ चुनाव के रास्ते पर जा सकते है हालांकि राजभर इन बातों को छुपा रहे है।
फिर हम भी साथ आ जाएंगे
वहीं राजभर ने अपनी बात कहते हुए कहा कि सही बात ये है कि बिहार में जहां 40 सीट थी। वहां 39 सीट ब्रॉडबैंड थी। जो 2019 की स्थिति थी, आज वहां की स्थिति बदल गई है। बीबीसी को नुकसान हो रहा है, इसका नकारा नहीं जा सकता। इस दौरान राजभर ने ये भी कहा कि हम चाहते हैं कि अखिलेश, मायावती, सोनिया गांधी और निरंकुश कुमार एक मंच पर कम होते हैं तो फिर हम भी साथ आ जाएंगे।
राजभर सबको घुमाने की कर रहे कोशिश
इन सब बातों से तो साफ है कि राजभर सबको घुमाने की कोशिश कर रहे है।
योगी आदित्यनाथ के साथ जाने की बात को राजभर भले ही इनकार कर रहे हो पर ये माना जा रहा है कि राजभर की बीजेपी से दूरियां कम हो रही हैं। वैसे राजभर सियासत के खिलाड़ी हैं। वो सीएम योगी के साथ हुए थोड़े घंटे की मुलाकात की बातों को सामने नहीं ला रहे हैं, लेकिन कहीं ना कहीं जो सीएम योगी और राजभर की बैठक हुई है। उससे 2024 के चुनाव में गठबंधन से जोड़कर देखा जा रहा है।