प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी राज्य हिमाचल प्रदेश में मौजूद हैं। ऊना रेलवे स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद पीएम मोदी ने बल्क ड्रग पार्क का उद्घाटन और ऊना-हमीरपुर रेलवे परियोजना का शिलान्यास किया। इसके बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने पूर्व की सरकारों पर ज़ोरदार हमला बोला।
जनसभा में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि धनतेरस और दिवाली से पहले हिमाचल को हजारों करोड़ रुपए का उपहार देते हुए मुझे खुशी हो रही है। मैंने यहां इतना समय बिताया है कि जब भी ऊना आता हूं पिछली यादें सामने आ जाती हैं। मुझे कई बार मां चिंतपूर्णी देवी के सामने माथा टेकने और आर्शीवाद प्राप्त करने का सौभाग्य मिला है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण सड़क मार्गों का विकास, जलापूर्ति और स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता के साथ-साथ डिजिटल बुनियादी ढांचे में प्रगति हमेशा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। नया भारत अतीत की चुनौतियों पर काबू पा रहा है और तेजी से बढ़ रहा है।
लोगों की आंखों में धूल झोंक कर बटोर लिए वोट
पीएम मोदी ने कहा, हिमाचल में पहले जो सरकारें रही और दिल्ली में भी जो लोग बैठे थे, वो आप लोगों की जरूरतों को पूरा करने में उदासीन रहे। आपकी आशा और आकांक्षाओं को वो कभी समझ ही नहीं पाए। मुझे याद है, हिमाचल का हाल क्या था। कहीं विकास का नाम नजर नहीं आता था, चारो तरफ अविश्वास की खाई, निराशा के पहाड़ और गड्ढे ही गड्ढे थे। उन्होंने इन गड्ढों को भरने का सोचा ही नहीं। हमने उन गड्ढों को तो भरा और अब मजबूती से नई इमारतें बना रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 40 साल पहले, एक छोटी सी रेल लाइन पर दिल्ली में बैठी हुई सरकार ने मोहर लगा दी, फाइल बना दी और हस्ताक्षर कर दिए। चुनाव आने पर लोगों की आंखों में धूल झोंक कर वोट भी बटोर लिए, लेकिन इन जमीन पर एक रत्ती भर भी काम नहीं हुआ।
PM मोदी ने हिमाचल में वंदे भारत एक्सप्रेस को दिखाई हरी झंडी, ऊना से दिल्ली तक चलेगी चौथी ट्रेन
उन्होंने कहा, आज हिमाचल में एक तरफ ड्रोन से जरूरी सामान को दुर्गम क्षेत्रों तक पहुंचाने का काम हो रहा है तो दूसरी तरफ वंदे भारत जैसी ट्रेनों से दिल्ली तक तेज गति से पहुंचने का रास्ता बनाया जा रहा है। आज एक तरफ जहां हिमाचल में दोगुनी गति से ग्रामीण सड़कें बनाई जा रही हैं, वहीं तेजी से ग्राम पंचायतों तक कनेक्टिविटी भी पहुंचाई जा रही है। एक तरफ जहां हिमाचल में हजारों शौचालय बनाए जा रहे हैं, तो दूसरी तरफ गांव-गांव में बिजली व्यवस्था सुधारी जा रही है।