उत्तर प्रदेश में मेरठ के सूरजकुंड क्षेत्र स्थित राजकीय बाल सुधार गृह से फरार चार बच्चों का पुलिस अब तक कोई सुराग नहीं लगा सकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को गम्भीरता से लेते हुए जिला प्रोबेशन अधिकारी तथा डिप्टी डायरेक्टर प्रोबेशन से स्पष्टीकरण मांगा है।
इसके साथ ही, विभागीय सचिव को सभी बाल सुधार गृहों का निरीक्षण कराकर इनकी व्यवस्था सुचारु बनाए रखने तथा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है। बाल सुधार गृहों में बच्चों के लिए सभी जरूरी इंतजाम सुनिश्चित किये जाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
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पुलिस अधीक्षक नगर डा अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि फरार किशोर पिछले करीब 45 दिनो से बाल सुधार गृह में थे। इनमें एक मेरठ, एक बरेली और एक सोनभद्र का निवासी बताया जाता है। बाल गृह में मौजूद बच्चों के अनुसार फरार किशोर पिछले दो हफ्ते से भागने की योजना बना रहे थे और शुक्रवार देर रात वे बाल सुधार गृह का रोशनदान तोड़कर फरार हो गये।
उन्होने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में बाल गृह के दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है जबकि दो होमगार्डस की बर्खास्तगी की संस्तुति होमगार्ड कमांडेंट से की गयी है। जिला मजिस्ट्रेट अनिल ढींगरा ने बताया कि मामले की मजिस्ट्रेटी जाचं के आदेश दिये गये है जिसमें दोषी कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।