समाजवादी पार्टी (सपा) संस्थापक एवं पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव ने सपा कार्यकर्ताओं से अपने पुराने साथी पूर्व मंत्री आजम खां पर हो रहे ‘अन्याय’ के खिलाफ आंदोलन खड़ा करने की अपील करते हुए मंगलवार को कहा कि जरूरत पड़ी तो वह इस बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात भी करेंगे।
मुलायम ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि बेहद गरीब परिवार में जन्मे आजम खां संघर्ष करके आगे आये हैं। उन्होंने ‘भीख और चंदा’ मांगकर रामपुर में मौलाना मुहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय बनाया और उस पर अपनी सारी जिंदगी लगा दी। मात्र दो बीघा जमीन के लिये उन पर गम्भीर धाराओं में आपराधिक मुकदमे लाद दिये गये हैं।
काफी अर्से बाद मीडिया को सम्बोधित कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”हम उत्तर प्रदेश के सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील करते हैं कि आजम खां के अपमान और अन्याय के खिलाफ कल ही तैयार हो जाएं और पूरे प्रदेश में आंदोलन खड़ा करें। हम खुद उस आंदोलन में आगे खड़े होंगे।” उन्होंने कहा कि आज वह सपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्यों और अन्य नेताओं से बात करके कल-परसों आंदोलन की तारीख घोषित करेंगे।
मुलायम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में अन्याय की पराकाष्ठा हो रही है जो इससे पहले किसी की सरकार में नहीं हुआ। आजम खान को वह अच्छी तरह जानते है, उन जैसा मेहनती और कर्मठ नेता कभी बेईमानी नहीं कर सकता। वह एक राष्ट्रीय नेता है जो तेजी से देश भर में लोकप्रिय हो रहे है और यह बात भाजपा के कुछ नेताओं को हजम नहीं हो रही है और वे जानबूझ कर आजम को टारगेट कर रहे हैं।
इस सवाल पर कि आजम के खिलाफ हो रही कार्रवाई को लेकर क्या वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करेंगे, मुलायम ने कहा, ”अभी तो मैंने सोचा नहीं है, लेकिन जरूरत होगी तो हम प्रधानमंत्री से जरूर मिलेंगे।” उन्होंने कहा कि अपनी भाषा और विद्वता की वजह से आजम खां देश के नेता बन गये हैं। इसीलिये भाजपा को परेशानी हो गयी है।
मुलायम ने कहा, ”आजम हमारे संघर्ष के दिनों के साथी हैं। आजम खां कुछ गलत काम नहीं कर सकते हैं। हम चाहते हैं कि आजम पर हो रहे अन्याय के खिलाफ मीडिया सहयोग करे। मीडिया के अलावा और कोई सहारा नहीं है।” उन्होंने कहा कि कुछ भाजपा नेताओं का भी मानना है कि आजम के खिलाफ गलत हो रहा है, इससे हमारी पार्टी को नुकसान होगा।
गौरतलब है कि प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और रामपुर से मौजूदा सपा सांसद आजम खां के खिलाफ जौहर विश्वविद्यालय के लिये गरीबों की जमीन छीनने और डकैती डालने समेत दर्जनों मुकदमे दर्ज किए गए हैं।