उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों से पहले तमाम राजनीतिक अपना सियासी समीकरण दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं। इस बीच कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। प्रयागराज से तीन बार से विधायक राजेन्द्र त्रिपाठी ने कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी का दमन थमा लिया है।
बीजेपी के प्रदेश सह मीडिया प्रभारी हिमांशु दुबे ने बताया कि शुक्रवार सुबह बीजेपी मुख्यालय में ‘बीजेपी सदस्यता ग्रहण समिति’ के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने विभिन्न दलों के नेताओं को बीजेपी की सदस्यता दिलाई।
सपा की सरकार बनने पर खेती, घरेलू इस्तेमाल और उद्योगों को सस्ती दरों पर बिजली दी जाएगी : अखिलेश
दुबे के अनुसार कांग्रेस नेता एवं प्रदेश के पूर्व पर्यावरण मंत्री राजेंद्र त्रिपाठी (प्रयागराज), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व विधायक कृष्णपाल सिंह राजपूत (झांसी), भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी गुरबचन लाल, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के मुनि देव शर्मा (बिजनौर), बसपा के वीर सिंह प्रजापति (बुलंदशहर), समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक सदस्य कुंवर बलवीर सिंह चौहान, पूर्व सांसद गनेशी लाल चौधरी की पुत्रवधू व केंद्रीय विद्यालय की सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य सावित्री देवी (सीतापुर) ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
उन्होंने कहा कि दूसरे दलों को छोड़कर आने वाले नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की राष्ट्रवादी नीतियों तथा सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की नीति से प्रभावित होकर बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया। इस मौके पर बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह भी मौजूद थे।