संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध प्रदर्शन के कारण पूरा उत्तर प्रदेश प्रभावित हो रहा है। सुरक्षा के मद्देनजर प्रदेश के कई हिस्सों में इंटरनेट की सुविधा बंद कर दी गई है। साथ ही एसएमएस सुविधा पर भी रोक लगा दी गई है। वहीं गुरुवार को लखनऊ में हुई हिंसा में पुलिस ने अभी तक 150 को गिरफ्तार किया गया है जबकि 19 FIR दर्ज की गई हैं।
संभल हिंसा में पुलिस ने समाजवादी पार्टी के नेताओं शफीकुर्रहमान बर्क और फिरोज खान सहित 17 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, लखनऊ, संभल, अलीगढ़, मेरठ, सहारनपुर, बरेली, आगरा, पीलीभीत, प्रयागराज, मऊ , आजमगढ़, फिरोजाबाद और हमीरपुर में इंटरनेट सुविधा पूरी तरह से बंद कर दी गई है। अलीगढ़ में पिछले कई दिनों से जारी विरोध प्रदर्शन और शुक्रवार को जुमे की नमाज के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने जिले में रेड अलर्ट घोषित कर दिया है। जिले में एहतियात के तौर पर 10 कंपनी पीएसी, चार कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स और 83 मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए गए हैं। लखनऊ में भी गुरुवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद जिले में इंटरनेट सेवाएं आधी रात के बाद से बंद कर गई हैं।
जिलाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी में कल हुए हिंसक प्रदर्शन और आगजनी के बाद उत्पन्न माहौल को देखते हुए इंटरनेट सेवाएं आधी रात के बाद बंद कर दी गईं। यह प्रतिबंध अगले आदेश तक लागू रहेगा। मालूम हो कि नए नागरिकता कानून के खिलाफ राजधानी लखनऊ में गुरुवार को हिंसा भड़क उठी थी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा 16 पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए थे।
उपद्रवियों ने पथराव और आगजनी की थी। गौरतलब है कि संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में गत रविवार को भड़की हिंसा के बाद शहर के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन हुए थे। जिले में उसके बाद भी कई स्थानों पर छुटपुट प्रदर्शन किए गए।