कानपुर के चर्चित हेयर ट्रांसप्लांट केस की आरोपी डॉक्टर अनुष्का तिवारी ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। फर्जी डिग्री के आधार पर हेयर ट्रांसप्लांट करने के आरोप में वह फरार थी। कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस केस में दो मरीजों की मौत हो चुकी है, जिसके बाद अनुष्का पर एफआईआर दर्ज हुई थी।
पिछले 18 दिनों से पुलिस की पकड़ से फरार चल रही कानपुर के चर्चित हेयर ट्रांसप्लांट केस की आरोपी डॉक्टर अनुष्का तिवारी ने खुद को कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। कोर्ट ने आरोपी डॉक्टर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बता दें कि पिछले दिनों आरोपी डॉक्टर ने फर्जी डिग्री दिखाकर लोगों का हेयर ट्रांसप्लांट की थी, जिसमें कानपुर के एक इंजिनियर की मौत तक हो गई। इसका खुलासा होने के बाद आरोपी अनुष्का अपने ठिकाने से फरार थी। हालांकि, 18 दिनों के बाद उसने अपने आप को कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
पुलिस को कई बार मिली असफलता
आपको बता दें कि आरोपी डॉक्टर अनुष्का को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस काफी समय से जांच कर रही थी। पुलिस ने आरोपी की तलाश में यूपी, बिहार, दिल्ली समेत कई जगहों पर छापेमारी की। हालांकि, पुलिस इस काम में नाकाम रही। आखिरकार आरोपी ने सोमवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
जानें पूरा मामला
डॉक्टर अनुष्का ने अपने केशवपुरम स्थित क्लिनिक में दिलीप दुबे, मयंक कटियार का हेयर ट्रांसप्लांट किया था। ट्रांसप्लांट के कुछ मिनटों के बाद उनदोनों की तबियत बिगड़ गई। चेहरे पर सूजन और कई तरह की परेशानी होने लगी। दोनों को तेज दर्द होने लगा फिर 24 घंटे के अंदर ही दोनों की मौत हो गई। दिलीप की मौत 15 मार्च 2025 को रीजेंसी अस्पताल में और मयंक की मौत 19 नवंबर 2024 को हुई थी। जिसके बाद हड़कंप मच गया था।
परिजनों ने दर्ज कराई एफआईआर
इसके बाद मृतक दिलीप की पत्नी ने पुलिस थाने पहुंचकर एफआईआर दर्ज कराई। मयंक के परिजनों की शिकायत अभी तक दर्ज नहीं हुई है। वहीं आरोपी डॉक्टर अनुष्का अपने पति के साथ कई दिनों से फरार चल रही थी। पुलिस ने उनकी लोकेशन ट्रेस की लेकिन कई बार नंबर बदलकर वो लोग बचते रहे। इस घटना के बाद पता चला कि अनुष्का के पास केवल बीडीएस डिग्री है और हेयर ट्रांसप्लांट के लिए जरूरी डर्मेटोलॉजी या प्लास्टिक सर्जरी की योग्यता नहीं थी.
14 दिन की रिमांड पर
अनुष्का ने कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी लगाई थी, जिस पर 2 जून को सुनवाई होनी थी। दूसरी ओर पुलिस के दबाव और जमानत खारिज होने के डर से उसने सरेंडर कर दिया। आज उसने सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया, उसे जेल भेज दिया गया है और वह 14 दिन की रिमांड पर है, उसकी तारीख 6 जून को है।
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