अयोध्या में मंदिर की जमीन पर उच्चतम न्यायालय (सुप्रीम कोर्ट) के फैसले आने के बाद गड़बड़ी की आशंका और आतंकवादियों के राम की नगरी में मौजूदगी के खुफिया विभाग की सूचना के बाद सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किये गये हैं। पूरे अयोध्या में आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) की तैनाती की गई है ओर उसके कमांडो प्रमुख जगहों पर तैनात कर दिये गये हैं।
पुलिस अधीक्षक नगर विजय पाल सिंह ने बुघवार को कहा कि अयोध्या में चल रहे कार्तिक पूर्णिमा मेला एवं पंचकोसी परिक्रमा में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवादी हरकतों की आशंका को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी की गयी है।
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अयोध्या में प्रवेश के चारों मार्गों पर लगे बैरियर पर भी सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था है। आधुनिक तकनीकी मशीन के द्वारा प्रत्येक व्यक्ति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। मुख्य मार्गों पर पुलिस के द्वारा चेकिंग करने के उपरान्त ही प्रवेश दिया जा रहा है।
मेला क्षेत्र में छह अपर पुलिस अधीक्षक, सोलह पुलिस उपाधीक्षक, छह पुलिस निरीक्षक, एक सौ छह सब इंस्पेक्टर, तिरसठ हेडकांस्टेबिल, पांच सौ कांस्टेबिल, पांच महिला उपनिरीक्षक, चालिस महिला आरक्षी, चार यातायात पुलिस, सात सौ होमगार्ड के साथ पीएसी तथा आरएएफ पुलिस बल की कई कम्पनी की तैनाती की गयी है। मेला व उसके आसपास के क्षेत्रों में सादी वर्दी में पुलिस बल तैनात किये गये हैं। मेला क्षेत्रों में कई स्थानों पर बड़े क्लोज सर्किट कैमरे लगाये गये हैं जिनका नियंत्रण मेला कंट्रोल रूम में बने मेला नियंत्रण कक्ष से किया जा रहा है। पूरा मेला क्षेत्र को एक ही स्थान पर बैठकर दृश्य देखा जा सकता है।
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कार्तिक पूर्णिमा मेला और पंचकोसी परिक्रमा में बम डिस्पोजल स्कवायड की भी तैनाती की गयी है। विवादित परिसर में विराजमान रामलला के दर्शन हेतु श्रद्धालुओं की भीड़ दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है जिससे प्रत्येक श्रद्धालु की बड़ बारीकी से चेकिंग के दौरान दर्शन कराये जा रहे हैं। अयोध्या के प्रसिद्ध हनुमानगढ़ मंदिर, कनक भवन मंदिर, नागेश्वरनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था विशेष तौर पर की गयी है।