दिनेश खटीक की नाराजगी दूर ! सीएम योगी से मिलने के बाद कहा - काम करता रहूंगा - Punjab Kesari
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दिनेश खटीक की नाराजगी दूर ! सीएम योगी से मिलने के बाद कहा – काम करता रहूंगा

यूपी की सियासत में मंत्री पद से इस्तीफे की धमकी देकर खलबली मचाने वाले हस्तिनापुर विधायक दिनेश की

यूपी की सियासत में मंत्री पद से इस्तीफे की धमकी देकर खलबली मचाने वाले हस्तिनापुर विधायक दिनेश की नाराजगी दूर हो गई हैं। सूत्रों  से मिली जानकारी के अनुसार सीएम योगी ने जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को भी आवास पर भी बुलाया, वही उन्होनें दिनेश खटीक के साथ भी बैठक की। मुलाकात के बाद दिनेश खटीक ने कहा कि उन्होंने अपनी बातें सीएम योगी के सामने रख दी है। यह भी कहा कि जैसे काम करते थे, वैसे ही करते रहेंगे। 
अधिकारियों पर लगाए गए आरोपों पर कुछ नही बोलें दिनेश खटीक
सीएम योगी से मुलाकात करने के बाद जब मीडीयाकर्मियों ने खटीक से बातचीत करने की कोशिश की तो वह बिना बोलें अपने आवास में चले गए। दिनेश खटीक ने अफसरों के रवैए को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे व  ट्रासंफर पोस्टिंग की आड़ में भष्ट्राचार करने का आरोप लगाया था। जिनके बारे में उन्होनें सीएम योगी से मिलने के बाद भी कुछ नही बोला। कहा जा रहा है कि बैठक के बाद पूरे घटनाक्रम की गाज कुछ अफसरों पर गिर सकती है। दिनेश खटीक के निशाने पर सबसे ज्यादा अफसर ही हैं। इस्तीफे को लेकर भेजे गए लेटर में उन्होंने अफसरों पर ही सबसे ज्यादा नाराजगी जताई है। 
अमित शाह को भेजा था इस्तीफा, सोशल मीडीया पर हुआ वायरल
अफसरों नाराज होने के कारण इस्तीफे देने का मामला तूल पकड़ता चला गया, उन्होनें कहा था क्या कार मिलना ही राज्यमंत्री का अधिकार हैं। इसी के चलते उन्होनें अपने इस्तीफे का पत्र गृहमंत्री अमित शाह को भेजा था व राजभवन में आनंदीबेन पटेल को दिया था।  लेकिन राज्यपाल ने दिनेश खटीक का इस्तीफा स्वीकार नहीं था।  इस्तीफे की फोटोकोपी सोशल मीडीया पर काफी तेजी वायरल हो गई, जिसके बाद सियासी हल्कों में चर्चा गर्म हो गई।  
मेरी नाराजगी अफसरों से सीएम से नहीं 
इस्तीफे को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ी तो दिनेश ने अपनी  चुप्पी  तोड़ी। उन्होंने पूरे घटनाक्रम पर सफाई भी दी। कहा कि मेरी नाराजगी सिर्फ अफसरों से है। उन्होंने सीएम योगी की तरीफ की। उन्होंने कहा कि काम नहीं, उन्हें सम्मान चाहिए। मुख्यमंत्री से उनकी बात हुई है। मुख्यमंत्री ईमानदार हैं लेकिन कुछ अधिकारियों की मनमर्जी के कारण यह कदम उठाना पड़ा। कहा कि हम जनता से चुनकर आए हैं, सम्मान तो चाहिए। केवल सम्मान चाहिए, काम नहीं। अधिकारी कुछ नहीं दे सकते तो मांगने पर सूचना तो दे सकते हैं।
आपको बता दे की ब्यरोक्रेसी हावी होने का आरोप पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान भी लगता रहा। लेकिन अबकी बार इस आरोप को लेकर योगी आदित्यनाथ व भाजपा के ऊपर विपक्ष ने भी तीखा हमला बोला हैं। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर इस मामले में सरकार पर निशाना साधा। ट्रांसफर पोस्टिंग के  खेल ने और भी कई राज्यों मे सवालिया निशान खड़े किए हैं । यूपी में दिनेश खटीक व डिप्टी सीएम ने कई अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग नाराजगी जताई थी । 

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