बीजेपी में शामिल होने के बाद अब सूत्रों की मानें तो दारा सिंह चौहान को योगी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। हालांकि अभी इसकी संभावना काफी कम नजर आती है। इसके पीछे दो बड़ी वजह है। दारा सिंह चौहान अभी विधानसभा या परिषद दोनों में किसी के सदस्य नहीं हैं।जबकि बीजेपी से अभी दारा सिंह चौहान को विधान परिषद भी नहीं भेजा जा सकता है। इसकी वजह है कि पांच मई 2024 से पहले इस सदन की कोई सीट खाली नहीं होगी।
बन सकती है घोषी उपचुनाव के लिए दारा सिंह चौहान की दावेदारी
अब घोषी उपचुनाव के लिए दारा सिंह चौहान की दावेदारी जरूर बनती है लेकिन अभी उपचुनाव होने के बाद भी बीजेपी किसे उम्मीदवार बनाती है और कौन चुनाव जीतता है ये इसपर निर्भर करेगा। हालांकि मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट पर जल्द उपचुनाव कराए जाने का एलान किसी भी दिन हो सकता है क्योंकि विधानसभा सचिवालय की ओर से मंगलवार को घोसी सीट रिक्त होने की सूचना भारत निर्वाचन आयोग को भेज दी गई है।
दारा सिंह के लिए तीसरा और अंतिम विकल्प लोकसभा चुनाव
इसके बाद तीसरा और अंतिम विकल्प लोकसभा चुनाव विकल्प है। घोसी उपचुनाव में दारा सिंह चौहान को उम्मीदवार नहीं बनाया जाता है तो पार्टी इन्हें लोकसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार बना सकती है।गौरतलब है कि सपा से इस्तीफा देने वाले दारा सिंह चौहान ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के कार्यालय में जाकर उन्हें सदन की सदस्यता से अपना इस्तीफा सौंपा। बता दें कि चौहान ने 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार में वन मंत्री पद से इस्तीफा देकर सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।