देश में कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए 17 मई तक लॉकडाउन जारी है। इस बीच उत्तर प्रदेश में मनरेगा के तहत देश भर में सबसे ज्यादा लोगों को रोजगार दिया जा रहा है। मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्राम रोजगार सेवकों से लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने में अपनी जिम्मेदारी निभाने की अपील करते हुये कहा कि सरकार मई के अंत तक राज्य में 50 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करायेगी।
योगी ने लोकभवन में अपने कार्यालय में बैठक के दौरान राज्य के 35818 ग्राम रोजगार सेवकों को डीबीटी के जरिए उनके खातों में 225.39 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। उन्होंने कहा कि मई के अंत तक प्रदेश में हमको 50 लाख लोगों को रोजगार देना है। इन सभी को रोजगार देने में ग्राम रोजगार सेवकों की जिम्मेदारी बढ़गी। इसके लिए हम सभी को तैयार रहना होगा।
उन्होंने कहा कि ग्राम सेवक अपने अपने क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मुहैया करवाएं। 35818 रोजगार सेवकों को आज 225.39 करोड़ की राशि का भुगतान डीबीटी के माध्यम से किया गया है। यह रोजगार सेवक मनरेगा के काम की मॉनिटरिंग करते हैं। उन्होंने कहा कि नवंबर 2016 से ही इनका मानदेय बकाया था। पिछली सरकार ने यह व्यवस्था की थी कि विकासखंड के प्रशासनिक मद से इनका भुगतान हो। प्रशासनिक मद में पैसा न होने के कारण भुगतान नहीं हो पा रहा था। सरकार ने इनकी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए डीबीटी के माध्यम से रोजगार सेवकों के बकाया मानदेय का भुगतान किया है। उन्होंने कहा कि पहले इनकी मानदेय की राशि 3630 रुपए प्रतिमाह थी, अब सरकार ने इसे 6000 रुपए प्रति माह कर दी है।
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मुख्यमंत्री ने इस दौरान कन्नौज, वाराणसी, और गोरखपुर के ग्राम सेवकों से भी बातचीत की। उन्होंने ग्राम सेवकों से अपील की कि वे अपने-अपने क्षेत्र में ज्यादा- ज्यादा लोगों को रोजगार से जोड़। प्रत्येक मजदूर को साल में 100 दिन का रोजगार मिलना तय हो। मुख्यमंत्री ने खातों में रूपया ट्रांसफर करने के बाद वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए प्रदेश भर के ग्राम रोजगार सेवकों से जुड़ और उनकी समस्याएं सुनी। कन्नौज, वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर तथा प्रतापगढ़ के रोगजार सेवकों के साथ बातचीत के दौरान योगी ने उनका उत्साह बढ़या। इस दौरान वाराणसी की प्रेमलता को एक लाख 67 हजार 500 रुपया भेजे जाने पर कहा कि रूपया बैंक से धीरे धीरे अपने खर्च के अनुसार निकालना।
कन्नौज, प्रतापगढ़ व गोरखपुर के ग्राम रोजगार सेवकों से कहा कि अपने स्मार्ट फोन से हाजरी लगाकर उपलब्ध कराना। सभी रोजगार सेवकों से अधिक से अधिक रोजगार की संभावना तलाशने को कहने के साथ ही उनका हौसला बढ़या। इस दौरान ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद, प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह, राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल, मुख्य सचिव राजेंद, कुमार तिवारी, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह और सीएम योगी आदित्यनाथ की टीम-11 के अधिकारी मौजूद थे।