उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा में मुगलों की विशेष उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाले मुगल म्यूजियम (मुगल संग्रहालय) का नाम सोमवार को बदल कर छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर रख दिया है। सीएम योगी के इस फैसले पर कई प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। छत्रपति शिवाजी के वशंज और राज्यसभा सांसद संभाजी छत्रपति ने योगी सरकार के इस फैसले की तारीफ की है।
उन्होंने अपने ट्वीटर अकाउंट पर ट्वीट करते हुए लिखा कि उत्तर प्रदेश की सरकार ने मुगल म्यूजियम का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज म्यूजियम रखने का फैसला लिया है। छत्रपति शिवाजी महाराज का वशंज होने के नाते मैं महाराष्ट्र के लोगों की ओर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शुक्रिया अदा करता हूं।
संभाजी छत्रपति के अलावा बीजेपी के सगंठन महामंत्री बीएल संतोष ने भी इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करते हुए लिखा कि यह छत्रपति शिवाजी महाराज को सम्मानित करने का सही तरीका है। सीएम योगी ने छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर एक संग्रहालय का नाम रखा है, जबकि उनकी विरासत का दावा करने वाले कुछ लोगों ने साधुओं, महिलाओं, पत्रकारों और दिग्गजों के साथ दुर्व्यवहार किया।
सीएम योगी के म्यूजियम के नाम बदलने पर विपक्ष की भी प्रतिक्रिया आयी है, कांग्रेस नेता दीपक सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार नाम बदलने के लिए नहीं काम बदलने के लिए आई थी। बेहतर होता भारतीय जनता पार्टी सरकार जिन महापुरुषों का नाम लेती है, उनके नाम से नाम रखती है, कम से कम उनके नाम का अनुसरण ही कर ले, तो बीजेपी का पाप कम हो जाए।
बता दें, सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर इस फैसले की जानकारी देते हुए लिखा कि आगरा में निर्माणाधीन म्यूजियम को छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से जाना जाएगा। आपके नए उत्तर प्रदेश में गुलामी की मानसिकता के प्रतीक चिन्हों का कोई स्थान नहीं। हम सबके नायक शिवाजी महाराज हैं। जय हिन्द, जय भारत।