लखनऊ : भारत के महत्वाकांक्षी चंद्रयान-2 मिशन के चंद्रमा की सतह पर उतरने का घटनाक्रम राजधानी के एक स्कूल की छात्रा राशि वर्मा के लिए खास होगा जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ इस घटना की गवाह बनेगी।
डीपीएस, जानकीपुरम की दसवीं कक्षा की छात्रा राशि उन स्कूली बच्चों में से शामिल है, जिन्हें देशभर से इस खास मौके को देखने के लिए चुना गया है। राशि के पिता किसान हैं जबकि मां गृहिणी। राशि के चयन पर उसके साथी बहुत उत्साहित हैं।
उसके सहपाठी कबीर खान ने कहा, ”हमें गर्व है कि हमारी क्लास की राशि देश के अंतरिक्ष मिशन में रचे जा रहे इतिहास को प्रधानमंत्री के साथ बैठकर देखेगी।”
एक अन्य छात्र दीपक प्रकाश ने विश्वास जताते हुए कहा कि चंद्रयान-2 सफल होगा। वह इस ऐतिहासिक क्षण को टीवी पर देखेगा।
डीपीएस की प्रधानाचार्य नीरू भास्कर ने कहा कि पूरा स्कूल और शिक्षक इस बात से खासे उत्साहित हैं। स्कूल ने शुक्रवार को विशेष अनौपचारिक सत्र आयोजित कर शिक्षकों और छात्र छात्राओं के बीच मिशन को लेकर चर्चा कराई।
डीपीएस के निदेशक जावेद हाशमी महसूस करते हैं कि यह स्कूल के लिए गौरव का क्षण है। हाशमी ने उन शिक्षकों को सराहा, जिन्होंने क्विज की तैयारी के लिए विशेष प्रयास किये।
पिता के साथ बेंगलूरू रवाना होने से पहले उत्साहित राशि ने कहा कि मौका मिलने पर वह प्रधानमंत्री से बात भी करेगी। आईएएस अधिकारी बनने की इच्छा संजोये राशि को अंतरिक्ष एवं विज्ञान पर ऑनलाइन क्विज के जरिए चुना गया। ऑनलाइन क्विज के जरिए हर राज्य से दो छात्रों का चयन विशेष घटना को प्रधानमंत्री के साथ देखने के लिए किया गया है।
लखनऊ वासियों को इस बात पर भी गर्व है कि मिशन की निदेशक रितु करिढाल श्रीवास्तव लखनऊ से पढ़ी हैं।
लखनऊ विश्वविद्यालय में भौतिक शास्त्र विभाग की अध्यक्ष पूनम टंडन ने कहा कि पूरे विभाग को रितु करिढाल की उपलब्धि पर गर्व हो रहा है। रितू ने 1996 में विभाग से एमएससी किया था। पूनम ने बताया कि रितु बहुत मेधावी छात्रा रहीं।