भारत में ओमीक्रॉन वेरिएंट के सामने आ रहे मामले चिंता बढ़ाने वाले है। ओमीक्रॉन के मामले एक दिन में 33 फीसदी के हिसाब से बढ़ रहे हैं। अब तक देश में 358 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच इलाहाबाद हाई कोर्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग से चुनावों को टालने का आग्रह किया है।
अगले साल चुनावों के मद्देनजर देश के कई हिस्सों में चुनावी रैलियां और जनसभाएं हो रही है। ओमीक्रॉन के खतरे के बीच इन कार्यक्रमों को देखते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने प्रधानमंत्री मोदी और चुनाव आयोग से उत्तर प्रदेश विधानसभा के आगामी चुनाव को टालने का अनुरोध किया है।
यूपी दौरे के बाद फैसला लेगा चुनाव आयोग
हाई कोर्ट के इस अनुरोध के पर मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि हम अगले हफ्ते यूपी जाएंगे और वहां की स्थिति की समीक्षा करेंगे और फिर उचित निर्णय लेंगे। सुप्रीम कोर्ट में भी चुनावी रैलियों और जमावड़ों पर रोक लगाने की मांग करती हुए एक याचिका दायर हुई है। वहीं बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी यूपी चुनाव टालने की आशंका जताई है।
जनवरी में जारी हो सकती है चुनावी घोषणा
उत्तर प्रदेश में जनवरी में विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने की संभावना है हालांकि देश में ओमीक्रोन के बढ़ रहे मामलो को देखते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने प्रधानमंत्री और चुनाव आयोग से चुनाव को टालने का अनुरोध किया है। उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 दिसंबर से एहतियात के तौर पर रात 11 से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू की घोषणा कर दी है।
राजनीतिक दलों का समीकरण बिगाड़ सकता है Omicron
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार देश में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा तेजी से मंडरा रहा है। ऐसे में अगर चुनाव आयोग प्रदेश में चुनाव प्रक्रिया की शुरूआत करता भी है तो उस दशा में भी मतदान का प्रतिशत गिरने की संभावना बनी रहेगी जिससे राजनीतिक दलों का समीकरण गड़बड़ा सकता है।
चुनावों की तैयारी में जुटा EC
चुनाव आयोग फिलहाल विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटा हुआ है जिसके तहत मतदाता सूची पुनरीक्षण का काम अंतिम दौर में है। विशेष अभियान चलाकर मतदाता सूची में नाम जोड़ने घटाने का कार्य किया गया है। पांच जनवरी को मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन की तिथि भी निर्धारित की गई है। इसके बाद विधानसभा चुनाव की तिथि भी घोषित की जा सकती है।