उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के ललौली कस्बा अंतर्गत सदर बाजार स्थित नाला निर्माण में अतिक्रमण के दायरे में आई नूरी जामा मस्जिद के पीछे का हिस्सा आज सुबह तोड़ दिया गया। एडीएम अविनाश त्रिपाठी और एएसपी विजयशंकर मिश्र के नेतृत्व में पीएसी समेत भारी पुलिस बल मुस्तैद रहा। अतिक्रमण की जद में मस्जिद के आने पर मस्जिद कमेटी को पीडब्ल्यूडी ने नाला निर्माण के लिए सर्वे के दौरान 24 सितंबर 2024 को नोटिस दिया था। उस पर मस्जिद कमेटी ने अतिक्रमण हटाने को एक माह का समय मांगा था। सर्वे में 133 मकान और दुकानें भी अतिक्रमण की जद में आई थीं।
इलाहाबाद हाईकोर्ट में दायर की थी याचिका : नूरी
एक माह से अधिक समय बीतने के बाद मंगलवार को एडीएम एवं एएसपी की मौजूदगी में मंगलवार की सुबह बुलडोजर से मस्जिद का पिछला हिस्सा ढहाया जा रहा। एएसपी विजयशंकर मिश्र ने बताया कि शांति व्यवस्था कायम है। मस्जिद का पिछला हिस्सा तोड़ा जा रहा है। नूरी जामा मस्जिद कमेटी सचिव सेय्यद नूरी ने बताया कि नोटिस के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में रिट दायर कर दी थी। वहां 13 दिसंबर को सुनवाई होनी थी, लेकिन उसके पहले मस्जिद तोड़ दी गई, जो कोर्ट की अवहेलना है।
कब्जा करने वालों पर दर्ज कराएंगे मुकदमा : केडीए
इससे पहले कानपुर में केडीए के दस्ते ने गंगागंज पनकी और शताब्दी नगर में भूखंड और सड़क पर बने कब्जे गिराए थे। दस्ते ने 27 अवैध निर्माण ध्वस्थ और भूखंड पर लगे पेड़ काट डाले। कुछ लोगों ने विरोध किया। केडीए के अफसरों ने बताया कि पेड़ काटने के लिए वन विभाग की स्वीकृति ले ली गई है। वहीं, चेतावनी दी कि फिर कब्जा करने वालों पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
सड़क किनारे के कब्जे को भी किया ध्वस्त
उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्ब्याल के आदेश पर विशेष कार्याधिकारी डॉ. रवि प्रताप सिंह की अगुवाई में सहायक अभियंता नितिन भारद्वाज एवं सुधांशु श्रीवास्तव और अवर अभियंता सीबी पांडेय के साथ गंगागंज पनकी में 24 मीटर चौड़ी सड़क के दोनों तरफ एक किलोमीटर तक कब्जे को गिराया।