2022 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है। इसी के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी गोटियां बिछा रही है और एक बार फिर से सत्ता पर काबिज होने के लिए भाजपा हरसंभव कोशिश कर रही है। उत्तर प्रदेश चुनाव प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह की प्रमुखता सूची में शामिल में है। इसी कारण केन्द्रीय नेतृत्व यहां बार-बार दौरा कर सियासी समीकरण बनाने में जुटा हुआ है।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री के लखनऊ के दूसरे दौरे को लेकर कई तरह के लगाए जा रहे कयास
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष करीब 15 दिन पहले ही लखनऊ के दो दिन के प्रवास से गए थे। अब एक बार फिर उनके 21 जून को यूपी आने की संभावना बतायी जा रही है। महीने में उनके दूसरे दौरे को लेकर कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं। राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष के साथ प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह भी आ सकते हैं। इस दौरान भी वह पार्टी के पदाधिकारियों और मंत्रियों से मुलाकात करके उत्तर प्रदेश में चुनावों की तैयारियों पर चर्चा करने की संभावना है।
बड़े पैमाने पर अफसरों के तबादले का दौर जारी
माना यह भी जा रहा है कि विधान परिषद में रिक्त हुई चार सीटों पर प्रत्याशी चयन, जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में सफलता सहित सरकार के संभावित विस्तार पर मंथन भी होगा। बीएल संतोष के पिछले दौरे के दौरान कई पदाधिकारियों ने निगम और आयोगों में खाली पदों को भरने का मुद्दा साथ ही अधिकारियों के साथ सामंजस्य ना होने का मुद्दा उठाया था। जिसके बाद बड़े पैमाने पर अफसरों के तबादले के साथ पिछले दिनों अनुसूचित जाति और अनुसुचित जनजाति आयोग के साथ पिछड़ा आयोग का गठन किया गया। इसमें काफी संख्या में पुराने भाजपाइयों का समायोजन किया गया है।
भारतीय जनता पार्टी में मई के महीने से शुरू हुआ मंथनों का दौर लगातार जारी
विधानसभा चुनाव को लेकर चिंताओं में घिरी भारतीय जनता पार्टी में मई के महीने से शुरू हुआ मंथनों का दौर लगातार जारी है। इस बीच केंद्रीय संगठन मंत्री के लखनऊ दौरे को कई मायनों में अहम माना जा रहा है। ज्ञात हो कि दिल्ली में बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और महामंत्री संगठन सुनील बंसल की बातचीत के बाद यूपी में विधानसभा चुनाव की प्रारंभिक रणनीति का खाका तैयार किया गया।
मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें फिर तेज
हालांकि रणनीति का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि सामाजिक सरोकारों के साथ निगमों, बोडरें, आयोगों, संगठन के मोचरें, प्रकोष्ठों और विभागों में कार्यकतार्ओं के समायोजन के साथ पार्टी जुलाई में पूरी तरह चुनावी मैदान में कूद जाएगी। इस बीच स्वतंत्र देव और बंसल की नड्डा से मुलाकात के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें फिर तेज हो गई हैं।
योगी मंत्रिमंडल का विस्तार में कुछ नए चेहरे शामिल होंने की संभावना
राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष के यूपी प्रवास, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिल्ली दौरे और गृहमंत्री अमित शाह की यूपी के जमीनी कार्यकर्ताओं से बातचीत से मिले फीडबैक के आधार पर नड्डा ने स्वतंत्र देव सिंह और सुनील बंसल से बातचीत की। जानकारों का कहना है इस मुलाकात के बाद जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने के लिए योगी मंत्रिमंडल का विस्तार में कुछ नए चेहरे शामिल होंने की संभावना बन रही है।