श्रद्धालुओं ने यहां वहां होकर खुद को बचाया। चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। हालात भगदड़ जैसे बन गए। गनीमत रही कि स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने धैर्य से काम लिया और भगदड़ नहीं होने दी। अगर, यहां भगदड़ मच जाती तो अनेकों लोगों की जान मुसीबत में पड़ सकती थी।
श्रद्धालुओं का भारी रैला
हादसा करीब 5.45 बजे करीब हुआ। स्वतंत्रता दिवस की छुट्टी होने के चलते यहां श्रद्धालुओं का भारी रैला आया हुआ था। शाम को श्रीबांके बिहारी मंदिर को दर्शन के लिए खोला गया। उसके कुछ देर बाद ही यह हादसा हो गया। हादसे ने पल भर में भक्ती भरे माहौल में मातम पसरा दिया। पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर राहत-बचाव कार्य के लिए पहुंची। डीएम, एसएसपी अस्पताल पहुंचे। आगरा से देर शाम को एडीजी आगरा जोन राजीव कृष्ण, आईजी रेंज आगरा दीपक कुमार भी घटना स्थल के लिए रवाना हुए। बताया जा रहा है कि हादसे का शिकार सभी लोग श्रीबांके बिहारी के दर्शन के कर मंदिर से महज 10 मिनट पहले ही बाहर निकले थे और दुसायत मोहल्ले के निकासी मार्ग से वापस लौट रहे थे। वहीं, पांच अन्य घायल हैं, इनकी भी हालत गंभीर है
विष्णु बाग वाला का मकान दशकों पुराना
श्रीबांके बिहारी मंदिर से महज 200 मीटर दूर निकासी मार्ग पर स्थित विष्णु बाग वाला का मकान दशकों पुराना है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार पिछले दिनों आई बाढ़-बारिश के बाद मकान और भी खतरनाक स्थिति में आ गया। मंगलवार शाम को 5.45 बजे इसका छज्जा और छत की बाउंड्रीवाल भरभराकर गिर गई। बता दें कि नीचे से गुजर रहीं श्रद्धालु 50 वर्षीय गीता कश्यप पत्नी एसएन कश्यप निवासी जरौली फेस-2, कानपुर, अरविंद कुमार यादव (35) पुत्र बम्बुराहिया कालोनी, कानपुर नगर, रश्मि गुप्ता (40) पत्नी जितेंद्र गुप्ता जरौली फेस-2, कानपुर नगर, अंजू मुगई (50) पत्नी संदीप निवासी कृष्णा अपार्टमेंट, ओमेक्स, वृंदावन, चंदन राय (30) पुत्र हरेंद्र राय निवासी भगवानपुर, देवरिया की मकान के मलबे के नीचे दब गईं, इनकी मौके पर ही मौत हो गई।