समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान 27 महीने की रिहाई के बाद शनिवार को एक बार फिर कोर्ट में पेश हुए। जन्म प्रमाणपत्र मामले की सुनवाई के लिए सपा नेता एमपी-एमएलए कोर्ट के सामने पेश हुए। वह रामपुर में अपने घर से पेशी के लिए कोर्ट पहुंचे। इस दौरान उनके साथ समर्थकों की भीड़ मौजूद रही।
आजम खान शुक्रवार को लगभग 27 महीने बाद अंतरिम जमानत पर सीतापुर कारागार से रिहा होकर रामपुर पहुंचे थे। उन पर 88 मुकदमें विभिन्न मामलों में दर्ज हैं। जन्म प्रमाणपत्र मामले में आजम के साथ उनके विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम भी आरोपी हैं। पेशी के दौरान वह भी मौजूद रहे।
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आज जन्म प्रमाण पत्र और पासपोर्ट मामले में सुनवाई की गई, जिसके तहत एमपी एमएलए कोर्ट में दोनों नेता मौजूद रहे। एमपी एमएलए कोर्ट में आजम खान के खिलाफ कई मामलों के साथ दो जन्म प्रमाण पत्र और दो पासपोर्ट मामला भी विचाराधीन है।
बीजेपी नेता आकाश सक्सेना उर्फ हनी ने वर्ष 2019 में थाना गंज में दो जन्म प्रमाण पत्र होने की शिकायत करते हुए मुकदमा दर्ज करवाया था। इस मामले में आजम खान उनकी पत्नी डा तत्रीन फातिमा और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को आरोपी बनाया गया था।
बीजेपी नेता आकाश सक्सेना का आरोप है कि अब्दुल्ला आजम ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र लगाकर कम आयु होने के बावजूद विधानसभा चुनाव लड़ा था और चुनाव में विजयी हुए थे, जिसको लेकर कोर्ट ने विधानसभा सीट रिक्त कर दी थी और यह मामला एमपी एमएलए एसीजेएम फर्स्ट में विचाराधीन है।
इस मौके पर आजम ने मीडिया से बात नहीं की। वही दोनों मामले में वादी बीजेपी नेता आकाश सक्सेना उर्फ हनी ने कहा कि आगे भी लड़ई मजबूती के साथ लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि आजम खान को बेल मिली है बरी नहीं हुए हैं।