बाहुबली नेता और उमेश पाल हत्याकांड में फंसे ‘अतीक अहमद’ को गुजरात से अब उत्तर प्रदेश लाया जा रहा है। परन्तु, सबसे बड़ा डर अतीक अहमद के एनकाउंटर का है इसी वजह से अब अतीक की बहन भांजी और यहां तक की वकील भी काफिले में शामिल है। आगे बता दें उमेश पाल अपहरण मामले में फैसले के दिन अदालत में पेशी के लिए अतीक अहमद को साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है।
सभी को अतीक अहमद की मौत का डर
सूत्रों के अनुसार अतीक के काफिले में दो वज्र वाहनों के साथ छह पुलिस वाहन शामिल हैं। इस दौरान काफिले में राजस्थान से अतीक की बहन और भतीजियां भी साथ हैं। अतीक की कार को अधिवक्ता विजय मिश्रा चला रहे हैं। इतना ही नहीं काफिले की यह कार राजस्थान से नजर आ रही थी। सूत्रों के अनुसार इस कार में बैठे लोगों से उनका परिचय पूछा तो कार चला रहे व्यक्ति ने बताया कि वह अधिवक्ता है। सूत्रों के अनुसार उन्होंने बताया कि कार में अतीक की बहन और उनकी बेटियां सवार थीं। जानकारी के अनुसार उन्होंने कहा कि अब तक अतीक के काफिले की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता है, इसलिए हम संतुष्ट हैं। कहा जा रहा है कि अतीक की बहन ने बताया कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अतीक को यूपी नहीं ले जाने की मांग की थी। बहन का दावा था कि अतीक की तबीयत ठीक नहीं है।
कोर्ट से मांग की गई थी कि अतीक को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही पेश किया जाए। अतीक की बहन ने कहा कि वह अपने भाई की सुरक्षा के लिए काफिले के साथ जा रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस लाइन में अतीक को ब्रेकफास्ट ऑफर किया गया था लेकिन उसने कुछ भी लेने से इनकार कर दिया। पूरी रात सफर कर रहे पुलिसकर्मियों ने झांसी पुलिस लाइन में थोड़ा आराम कर नाश्ता किया। यहां काफिले के वाहनों के चालक भी बदले गए। देखा जाए तो लगातार अतीक अहमद के एनकाउंटर के डर की वजह से काफिले में सुरक्षा में पुख्ता इंतज़ाम देखें जा रहे है।