घोसी उपचुनाव में प्रचार के दौरान भाजपा प्रत्याशी पर स्याही डालने के मामला अभी सही तरह से शांत भी नहीं हुआ था की बीजेपी से सपा में आये नेता पर किसी ने जूता फेंक दिया। जिसके बाद सियासत में एक नया उबाल आ गया दोनों ही दलों में आरोप – प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना की और आरोप लगाया कि यह इस कार्यक्रम को खराब करने और पिछड़े समुदाय के एक बड़े नेता का अपमान करने की भाजपा की साजिश है।
यहां कोई ‘जीरो टॉलरेंस’ नहीं
लखनऊ में मीडिया से मुखातिब होते हुए अखिलेश यादव ने कहा, ”इस आयोजन को खराब करने और पिछड़े समाज के एक बड़े नेता के अपमान की साजिश बीजेपी और सरकार के इशारे पर की गई। ; उन्होंने कहा, “जो लोग ‘जीरो टॉलरेंस’ की बात करते हैं, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि यहां कोई ‘जीरो टॉलरेंस’ नहीं है
ओबीसी महासम्मेलन के दौरान हुई ये घटना
कोई भी किसी कार्यक्रम में प्रवेश कर सकता है और वरिष्ठ नेता का अपमान कर सकता है।” इससे पहले आज लखनऊ में पार्टी के ओबीसी महासम्मेलन में एक व्यक्ति ने समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर जूता फेंक दिया। पुलिस ने बताया कि सपा नेता मौर्य पर हमला करने वाले शख्स को हिरासत में ले लिया गया है। समाजवादी पार्टी में शामिल होने से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य साल 2022 तक बीजेपी के सदस्य थे।