समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार राजनीति छोड़ अगर पार्टी के कार्यकाल में बने चिकित्सा केंद्रों का संचालन शुरू कर दे तो हजारों जीवन बच सकते हैं।
अच्छे काम से प्रेरणा लेने से सुधार का मार्ग निकलता है।
अगर भाजपा सरकार राजनीति छोड़कर सपा के समय बने कैंसर इंस्टीट्यूट लखनऊ तथा झाँसी,जौनपुर,आज़मगढ़,सीतापुर,बदायूँ,सहारनपुर, लखीमपुर,अयोध्या में बने आधुनिक चिकित्सा केंद्रों को कारगर रूप से शुरू कर दे तो हज़ारों जीवन बच सकते हैं।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 22, 2021
सपा नेता ने ट्वीट में कहा, ”अच्छे काम से प्रेरणा लेने से सुधार का रास्ता निकलता है। अगर भाजपा सरकार राजनीति छोड़कर सपा के समय बने कैंसर इंस्टीट्यूट लखनऊ तथा झांसी, जौनपुर, आज़मगढ़, सीतापुर, बदायूं, सहारनपुर, लखीमपुर, अयोध्या में बने आधुनिक चिकित्सा केंद्रों को कारगर ढंग से शुरू कर दे तो हज़ारों जिंदगियां बच सकती हैं।”
वहीं इससे पहले अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कोरोना प्रबंधन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए कहा कि दोनों एक दूसरे की नकली प्रशंसा कर रहे हैं जबकि आम जनता के उपचार की कोई व्यवस्था नहीं है।
शुक्रवार को जारी एक बयान में अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोना महामारी और ब्लैक फंगस के आतंक के बीच भी भाजपा सरकार सच को पूरी तरह नकारने, जनता में भ्रम फैलाने और झूठी वाहवाही लेने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती है। यादव ने कहा, ”प्रधानमंत्री ‘जहॉ बीमार वहीं उपचार’ का नया नारा लेकर आ गए हैं और सात वर्ष में बहुत काम होने का प्रशस्ति मेडल भी उन्होंने खुद अपने नाम कर लिया है वहीं मुख्यमंत्री की मजबूरी है हां में हां मिलाने की।”
सपा अध्यक्ष ने तंज किया, ”शहर से गांव तक पूरे राज्य में चिकित्सा व्यवस्था बर्बाद करने के बाद भी बधाई का आदान प्रदान चलता रहता है, भाजपा की सोची समझी रणनीति के तहत ऐसा किया जा रहा है ताकि जनता भ्रम में रहे और बिना उपचार हो रही बेमौतों पर पर्दा पड़ा रहे।”