बहुजन समाज पार्टी मायावती ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में जाति आधारित जनगणना कराई जानी चाहिए। बिहार सरकार द्वारा जाति जनगणना को मंजूरी देने वाले पटना उच्च न्यायालय के फैसले का जिक्र करते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में भी इसी तरह की जनगणना की मांग जोर पकड़ रही है लेकिन सत्तारूढ़ भाजपा इसके लिए तैयार नहीं है।
मायावती ने कहा, देश में जातीय जनगणना महत्वपूर्ण
बसपा सुप्रीमो ने कहा, पटना हाई कोर्ट द्वारा बिहार सरकार द्वारा आर्थिक, शैक्षणिक और सामाजिक स्थिति के सही आकलन के अनुसार विकास योजना बनाने के लिए की जा रही जाति जनगणना को पूरी तरह से वैध बनाने के बाद ओबीसी समाज पर अब सबकी निगाहें यूपी पर हैं, यह आवश्यक प्रक्रिया यहां कब लागू होगी? मायावती ने कहा कि मंडल आयोग की सिफारिशें लागू करने की तरह ही देश में जातीय जनगणना भी जरूरी है।
केंद्र सरकार का जातीय जनगणना को लेकर क्या रुख
बसपा नेता ने कहा कि सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने, समाज के गरीब, कमजोर, उपेक्षित और शोषित लोगों को सामाजिक मुख्यधारा में लाने और देश के समग्र विकास के लिए जाति जनगणना आवश्यक थी। पटना उच्च न्यायालय ने 1 अगस्त को राज्य सरकार द्वारा बिहार में जाति सर्वेक्षण के संचालन को चुनौती देने वाली सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया था। जाति जनगणना का निर्णय बिहार कैबिनेट ने पिछले साल 2 जून को लिया था, जिसके महीनों बाद केंद्र ने इस तरह की कवायद से इनकार कर दिया था।