भष्ट्राचार पुलिस महकमें की नसों में प्रवाह हो चुका हैं । दिन – प्रतिदिन पुलिस महकमें में भष्ट्राचार की खबरे आती रहती हैं । लेकिन मेरठ में अपनी तैनाती के दौरान दरोगा धर्मेंद्र ने भष्ट्राचार की दौलत का ऐसा प्रतिबिंब खड़ा किया हैं । जो अब उसके लिए ही मुसीबत का सबब बन गया हैं।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तैनात एक दारोगा के खिलाफ आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति के साक्ष्य मिलने के बाद मेरठ के मेडिकल थाने में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
नौ वर्षीय कार्यकाल के दौरान मिली थी अवैध संपति अर्जित करने की शिकायत
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के निरीक्षक अशोक कुमार ने बृहस्पतिवार को बताया कि मेरठ के हस्तिनापुर के पूर्व थाना प्रभारी धर्मेंद्र सिंह के खिलाफ अपने नौ वर्ष के कार्यकाल में मेरठ में फ्लैट समेत कई जगह बड़े पैमाने पर संपत्ति अर्जित करने की शिकायत मिली थी। जांच में आरोप सही पाए जाने पर उनके खिलाफ बुधवार शाम को मामला दर्ज किया गया।
लखनऊ में तैनात हैं दरोगा धर्मेंद्र
नगर पुलिस अधीक्षक विनीत भटनागर ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि एसीबी के इंस्पेक्टर की तरफ से दी गई शिकायत के आधार पर दारोगा धर्मेंद्र के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया है। उन पर आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप था। धर्मेंद्र सिंह फिलहाल लखनऊ में तैनात हैं।
एसीबी करेंगी दरोगा के अवैध धन अर्जित करने की जांच
उधर, एसीबी के उपमहानिरीक्षक राजीव मल्होत्रा ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि धर्मेंद्र सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के आरोप जांच में सही पाए गए हैं, जिसके बाद धर्मेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए शासन से अनुमति मांगी गई थी। शासन से अनुमति मिलने के बाद मेडिकल थाने में एसीबी के निरीक्षक अशोक कुमार की तरफ से दारोगा धर्मेंद्र के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। उन्होंने बताया कि मामला भले ही मेडिकल थाने में दर्ज हुआ है, लेकिन इसकी जांच एसीबी कर शिकंजा कसेंगी ।