उत्तर प्रदेश में वर्षाजनित हादसों में 19 लोगों की मौत - Punjab Kesari
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उत्तर प्रदेश में वर्षाजनित हादसों में 19 लोगों की मौत

जीर्णोद्धार का काम प्राथमिकता पर है। जिले के मोरी ब्लॉक में सड़कों का नेटवर्क बादल फटने और भूस्खलन

उत्तर प्रदेश में वर्षाजनित हादसों में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गयी जबकि पाकिस्तान द्वारा अपने क्षेत्र में सतलुज नदी जल प्रवाह को नियंत्रित करने वाले द्वार खोलने के चलते बृहस्पतिवार को पंजाब के कई गांवों में बाढ़ आ गयी। 
दिल्ली में बृहस्पतिवार को यमुना का पानी खतरे के निशान के स्तर 205.33 मीटर से नीचे आ गया। सोमवार को पानी का स्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया था जिसके बाद पुराने यमुना पुल पर रेल यातायात को मंगलवार की रात और बुधवार की दोपहर के बीच रोक दिया गया था। 
पाकिस्तान द्वारा अपने क्षेत्र में सतलुज नदी जल प्रवाह को नियंत्रित करने वाले द्वार खोलने के चलते पंजाब के सीमावर्ती जिले फिरोजपुर के 17 गांवों में बाढ़ आ गयी है। हाल में आयी बारिश और सतलुज नदी पर बने तटबंध टूटने के कारण फिरोजपुर के कई गांव पहले ही जलमग्न हैं।
फिरोजपुर के उपायुक्त चंदर गैंद ने कहा, ‘‘पाकिस्तान द्वारा कासुर इलाके में हेडवर्क्स (पानी के बहाव को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले) गेट खोलने से हमारी तरफ के 17 गांव प्रभावित हुए हैं।’’ 
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान के कारखानों का प्रदूषित पानी भी नदी में गिर गया जो कैंसर का मुख्य कारण है।’’ गैंद ने कहा कि सेना और एनडीआरएफ की टीमें प्रभावित इलाकों में बचाव और पुनर्वास अभियान चला रही हैं। पंजाब कृषि विभाग के एक अधिकारी के अनुसार राज्य में बाढ़ से से पहले ही लगभग चार हजार हेक्टेयर फसल नष्ट हो चुकी हैं। 
उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में नदियों की बाढ़ से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है और पिछले 24 घंटों के दौरान विभिन्न जिलों में बाढ़ और वर्षाजनित हादसों में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गयी। 
एक आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार अमेठी में तीन लोगों की मौत होने की सूचना है। रायबरेली, सोनभद्र और मिर्जापुर में दो—दो तथा सहारनपुर, हमीरपुर, प्रतापगढ़, फतेहपुर, बस्ती और अयोध्या में एक—एक व्यक्ति की मौत हो गयी। बलिया और भदोही में चार लोगों की मौत होने की सूचना है। 
केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार गंगा नदी ने रौद्र रूप अख्तियार कर लिया है। पिछले कई दिन से कछलाब्रिज (बदायूं) में कहर ढा रही यह नदी अब नरौरा (बुलंदशहर) के साथ—साथ बलिया में भी खतरे के निशान को पार कर गयी है। फर्रुखाबाद और गाजीपुर में इसका जलस्तर लाल चिह्न के नजदीक पहुंच गया है। 
यमुना नदी प्रयाग घाट (मथुरा) में खतरे के निशान को पार कर गयी है। मावी में इसका जलस्तर इस चिह्न के करीब आ चुका है। शारदा नदी पलियाकलां (लखीमपुर खीरी) में अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि शारदा नगर में यह लाल चिह्न के नजदीक बनी हुई है। 
घाघरा नदी एल्गिनब्रिज (बाराबंकी) में खतरे के निशान को एक बार फिर पार कर गयी है। वहीं, अयोध्या और तुर्तीपार में इसका जलस्तर इस निशान के नजदीक बना हुआ है। इस बीच उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में भारी बारिश से राहत मिलने के बाद क्षतिग्रस्त सड़कों के जीर्णोद्धार का काम प्राथमिकता पर है। जिले के मोरी ब्लॉक में सड़कों का नेटवर्क बादल फटने और भूस्खलन से प्रभावित हुआ था। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बुधवार से हल्की से मध्यम बारिश हुई। 

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