निलंबित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता नूपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद के बारे में की गई टिप्पणी को लेकर देश में एक समुदाय के लोगों द्वारा हाल में किये गये हिंसक प्रदर्शनों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भोपाल की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने शनिवार को इस्लाम एवं मस्जिदों पर निशाना साधते हुए कहा कि धार्मिक स्थल से बाहर आने के बाद हमला करना सिखाने वाली पूजा पद्धति को ‘श्रेष्ठ’ नहीं कहा जा सकता।
हम मंदिर जाते हैं मन आनंदमय होता हैं, लेकिन मस्जिद से निकले लोग आक्रामक होते हैं आक्रामण करते हैं
भाजपा सांसद पहले ही पार्टी से निष्कासित नूपुर और नवीन जिंदल के समर्थन में आ चुकी हैं, जिनके पैगंबर मोहम्मद के बारे में दिए गए बयानों ने एक बड़ा विवाद पैदा कर दिया है। ठाकुर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब हम मंदिर जाते हैं, गुरुद्वारा में जाते हैं, पूजन करते हैं और जब वहां से वापस आते हैं, तो मन में शांति होती है, प्रसन्नता होती है और मन बड़ा आनंदमय होता है। परंतु आप लोग स्वयं भी यह देख रहे होंगे कि जब मस्जिदों से (लोग) निकलते हैं तो आक्रामक होते हैं और आक्रमण करते हैं।’’
ये मानवता नहीं है, ये सहिष्णुता नहीं है, यह दया नहीं है
उन्होंने आगे कहा, ‘‘इसलिए वह पूजा पद्धति शुद्ध एवं श्रेष्ठ नहीं मानी जाती, जहां इस प्रकार के विचार दिए जाएं कि अपने पूजा स्थल से निकलो और जा करके समाज पर टूट पड़ो। ये मानवता नहीं है, ये सहिष्णुता नहीं है, यह दया नहीं है।’’ ठाकुर ने कहा, ‘‘जो सनातन में है वह सब जगह होना चाहिए, क्योंकि उसमें मानवीयता है।’’