लोकसभा चुनाव होने में कुछ ही महीने बाकि ऐसे में अब राजनीतिक पार्टीयां चुनाव जीतने के लिए जनता से नए नए वायदे करेंगे। क्योंकी कई दिनों से खबरे चल रही है की लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती करेगी ।
सोशल मीडिया पर चल रही खबर
सोशल मीडिया पर भी इस तरह के कई दावे किए जा रहे है। ऐसे में बड़ी बात ये है कि क्या सच में लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती करेगी? जब इस बात को लेकर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी से सवाल किए गए कि क्या चुनाव से पहले लोगों को राहत देने के लिए ईंधन की कीमतें कम होंगी? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ये मीडिया की ओर से फैलाया गया दावा है, जिसमें कोई दम नहीं है।
केंद्रीय मंत्री ने पेट्रोल की कीमत को लेकर कहा सच
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ईंधन की कीमतें अंतरराष्ट्रीय कीमतों, परिवहन लागत, रिफाइनिंग लागत और करों जैसे कई कारकों से तय होती हैं। उन्होंने कहा कि देश में ईंधन की कीमतें इस बात से तय होती हैं कि सरकार ऐसे कारकों से कैसे निपटती है। 2022 में तेल की कीमतें बढ़ने का जिक्र करते हुए पुरी ने कहा कि भारत ने तेल आपूर्ति करने वाले देशों से कीमतें कम करने के लिए नहीं कहा।
सरकार ने उत्पाद शुल्क में कटौती की
सरकार ने कीमतें कम करने के लिए ईंधन पर उत्पाद शुल्क में कटौती की। इताना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि भाजपा शासित राज्यों में सरकार ने ईंधन पर मूल्य वैट टैक्स घटाकर 8 रुपये से 11 रुपये तक कीमतें कम कीं है ।
कोरोना के समय पेट्रोल डीजल हुआ था महंगा
आपको याद होगा की कोरोना के समय पेट्रोल डीजल की कीमतों में बढोतरी हुई थी । हरदीप पुरी ने विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ पर कटाक्ष भी हमला बोलते हुए कहा कि राजनीति में उत्साही होना महत्वपूर्ण है, खासकर यदि आपके पास कोई दम नहीं है। भारत की ओर से जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के बारे में पूछे गए सवाल पर पुरी ने कहा कि भारत का अनुभव विकासशील देशों के लिए बहुत प्रासंगिक है।
देश की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
देश की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने का हवाला देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत एक ऐसा राष्ट्र विकसित कर रहा है जिसे अब ग्लोबल साउथ की आवाज कहा जा रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि 2002 में अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल के दौरान शुरू हुई मेट्रो ट्रेन प्रणाली चीन के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मेट्रो प्रणाली बनने के लिए तैयार है। आपको बता दें 2024 में लोकसभा चुनाव होने है इसलिए राजनीतिक पार्टीयां जनता से वोट पाने के लिए कई तरह के वादे करते है।
सोशल मीडिया पर चल रही खबर
सोशल मीडिया पर भी इस तरह के कई दावे किए जा रहे है। ऐसे में बड़ी बात ये है कि क्या सच में लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती करेगी? जब इस बात को लेकर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी से सवाल किए गए कि क्या चुनाव से पहले लोगों को राहत देने के लिए ईंधन की कीमतें कम होंगी? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ये मीडिया की ओर से फैलाया गया दावा है, जिसमें कोई दम नहीं है।
केंद्रीय मंत्री ने पेट्रोल की कीमत को लेकर कहा सच
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ईंधन की कीमतें अंतरराष्ट्रीय कीमतों, परिवहन लागत, रिफाइनिंग लागत और करों जैसे कई कारकों से तय होती हैं। उन्होंने कहा कि देश में ईंधन की कीमतें इस बात से तय होती हैं कि सरकार ऐसे कारकों से कैसे निपटती है। 2022 में तेल की कीमतें बढ़ने का जिक्र करते हुए पुरी ने कहा कि भारत ने तेल आपूर्ति करने वाले देशों से कीमतें कम करने के लिए नहीं कहा।
सरकार ने उत्पाद शुल्क में कटौती की
सरकार ने कीमतें कम करने के लिए ईंधन पर उत्पाद शुल्क में कटौती की। इताना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि भाजपा शासित राज्यों में सरकार ने ईंधन पर मूल्य वैट टैक्स घटाकर 8 रुपये से 11 रुपये तक कीमतें कम कीं है ।
कोरोना के समय पेट्रोल डीजल हुआ था महंगा
आपको याद होगा की कोरोना के समय पेट्रोल डीजल की कीमतों में बढोतरी हुई थी । हरदीप पुरी ने विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ पर कटाक्ष भी हमला बोलते हुए कहा कि राजनीति में उत्साही होना महत्वपूर्ण है, खासकर यदि आपके पास कोई दम नहीं है। भारत की ओर से जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के बारे में पूछे गए सवाल पर पुरी ने कहा कि भारत का अनुभव विकासशील देशों के लिए बहुत प्रासंगिक है।
देश की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
देश की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने का हवाला देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत एक ऐसा राष्ट्र विकसित कर रहा है जिसे अब ग्लोबल साउथ की आवाज कहा जा रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि 2002 में अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल के दौरान शुरू हुई मेट्रो ट्रेन प्रणाली चीन के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मेट्रो प्रणाली बनने के लिए तैयार है। आपको बता दें 2024 में लोकसभा चुनाव होने है इसलिए राजनीतिक पार्टीयां जनता से वोट पाने के लिए कई तरह के वादे करते है।