जबसे मोदी सरकार जीएसटी लेकर आई है तबसे ही वो इसके फायदे बताते रहते है। इसी तहर वित्र मंत्री निर्मला सीतारामन ने जुलाई महीने की शुरुआत में ही
GST के लाभों के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने जीएसटी से मिलने वाले फायदे को लेकर कहा कि वस्तु एंव सेवा टैक्स ने आम लोगों को राहत दी है। 2017 में शुरू की गई टैक्स सुधार ने वस्तुओं की कीमत को कम किया है। सामानों पर कीमतें कम हुई हैं और लोगों को राहत मिली है।
छठी वर्षगांठ के अवसर पर गिनाए फायदे
सीतारमण ने जीएसटी की छठी वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक समारोह में कहा कि कई सामान्य उपयोग की वस्तुओं पर जीएसटी के तहत टैक्स की दर जीएसटी के पहले की तुलना में बहुत कम है।
इन वस्तुओं पर टैक्स दर को कम किया
इसके साथ ही जीएसटी की खुशखबरी को लेकर उन्होंने बताया कि दूध, चाय, दूध पाउडर, चीनी, खाद्य वनस्पति तेल, मसाले और जूते जैसी वस्तुएं जिनकी कीमत 500 रुपये तक है। चाहे वह किसी भी प्रासंगिक इकाई की हो, जीएसटी के तहत पहले के टैक्स 6 से 10 फीसदी की तुलना में 5 फीसदी टैक्स लगता है। सीतारामन ने कहा कि हेयर ऑयल, टूथपेस्ट, साबुन, परफ्यूम और डिटर्जेंट जैसी वस्तुओं पर जीएसटी 28 फीसदी था, जिसे कम करके 18 फीसदी कर दिया गया है।
बिजली के सामानों पर सिर्फ 12 फीसदी टैक्स लगेगा
उन्होंने आगे कहा कि मिक्सचर, ग्राइंडर, रेफ्रिजरेटर, वैक्यूम क्लीनर और टेलीविजन और वॉशिंग मशीन जैसे सामान्य उपयोग वाले बिजली के सामानों पर जीएसटी से पहले औसत कर 31.5 फीसदी था और अब यह घटकर 12 फीसदी हो गया है।
जीएसटी से सरकार का राजस्व भी बढ़ा
जीएसटी लागू होने के बाद राज्य सरकारों के राजस्व में भी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि करीब सभी राज्यों का राजस्व में इजाफा हुआ है। केंद्र सरकार ने भी जीएसटी से ज्यादा अमाउंट जुटाए हैं। जिससे विकास से जुड़े काम किये जाएंगे।
जीएसटी का विरोध करने वालों को दिया करारा जवाब
इन सबके बीच एक बात तो साफ है कि जीस जीएसटी का लोग विरोध कर रहे था । इसलिए जीएसटी को ‘गब्बर सिंह’ टैक्स बताने और जीएसटी से बोझ बढ़ने की बात को वित्त मंत्री ने शर्मनाक बताया और राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि जीएसटी वास्तव में आम नागरिक के लिए राहत लेकर आया है।