भोपाल : मध्यप्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर कल होने वाले मतदान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के कई दिग्गजों समेत समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के भी नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सामना इस बार बुधनी सीट पर कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव से हो रहा है।
इसके अलावा होशंगाबाद सीट पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा के सामने भाजपा से कांग्रेस में गए वरिष्ठ नेता सरताज सिंह मैदान में हैं। जनसंपर्क मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (दतिया), वित्त मंत्री जयंत मलैया (दमोह), पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव (रहली), गृह मंत्री भूपेंद, सिंह (दमोह), महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस (बुरहानपुर), पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी (भोजपुर), विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह (कांग्रेस, चुरहट), पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा (भाजपा, भितरवार) और पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह (कांग्रेस, लहार) के भी कल भाज्ञ का फैसला होना है।
राज्य सरकार के लगभग एक दर्जन मंत्री और कई पूर्व मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। सत्तारूढ़ भाजपा ने जहां राज्य की सभी 230 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं, वहीं कांग्रेस 229 सीट पर चुनाव लड़ रही है। उसने गठबंधन के तहत एक सीट जतारा, लोकतांत्रिक जनता दल के लिए छोड़ है। भाजपा और कांग्रेस के बाद बसपा ने सर्वाधिक 227 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ किये हैं। इसके अलावा आम आदमी पार्टी (आप) ने 208, सपाक्स पार्टी ने 110, शिवसेना ने 81, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने 73 और समाजवादी पार्टी ने 52 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। एक हजार 94 निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में डटे हैं। मतगणना 11 दिसंबर को होगी और उसी दिन नयी सरकार को लेकर तस्वीर साफ हो जाएगी।