केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर गए तो चीन बुरी तरह बोखला गया। बोखलाहट इस कदर की चीनी विदेश मंत्री के एक प्रवक्ता ने यहाँ तक कह दिया की ये सीमा के अनुसार नहीं है ,ग्रह मंत्री ने चीन की क्षेत्रीय संप्रुभता का उल्लघन किया है और चीन इसका विरोध करता है क्योकि ज़ंगनान का इलाका चीन का क्षेत्र है।
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने स्वागत किया
इससे पहले आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह असम के डिब्रूगढ़ पहुंचे. जहां सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने उनका स्वागत किया. यहां से अमित शाह अरुणाचल प्रदेश गए हैं जहां वे भारत-चीन सीमा से लगे एक गांव किबिथू में ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ की शुरुआत करेंगे. इसी बजट में सरकार ने वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम की घोषणा की थी. किबिथू गांव से चीन की से सीमा महज एक किलोमीटर दूर है.
बीजेपी कार्यालय का शिलान्यास करेंगे
गृह मंत्री अरुणाचल प्रदेश के अंजॉ जिले के किबिथू में आईटीबीपी कर्मियों से मिलकर बातचीत भी करेंगे. गृह मंत्री मंगलवार को असम के डिब्रूगढ़ में जनसभा को संबोधित करने के अलावा बीजेपी के जिला कार्यालय का शिलान्यास करेंगे. गृह मंत्री 11 अप्रैल को नमती क्षेत्र जाएंगे और वालोंग युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
बजट में की थी वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम की घोषणा
गृह मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी एक बयान में कहा गया था कि पीएम मोदी के नेतृत्व में, भारत सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 से 2025-26 के लिए 4,800 करोड़ रुपये के केंद्रीय आवंटन के साथ ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ (वीवीपी) को मंजूरी दी है, जिसमें 2,500 करोड़ रुपये विशेष रूप से सड़क संपर्क के लिए निर्धारित किए गए हैं. वीवीपी एक केंद्र की योजना है, जिसके तहत उत्तरी सीमा से सटे अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के 19 जिलों के 46 ब्लॉक में 2,967 गांव की व्यापक विकास के लिए पहचान की गई है.
अरुणाचल प्रदेश में हुई थी चीन से झड़प
गौरतलब है कि चीन और भारत के सैनिकों के बीच साल 2020 में लद्दाख के गलवान में हुई झड़प के बाद गतिरोध बना हुआ है. बीते साल भी दिसंबर के महीने में अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों में झड़प हुई थी।