भारत में आतंकी घटना को बढ़ाने वाला अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसके साथ अन्य अपराधियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकधाम के अधिनियम की विभिन्न धाराओं के अधीन कड़े मामले दर्ज किए गये हैं। हालांकि इन सभी मामलों को देखते हुए एलीट जांच एजेंसी डी-कंपनी से जुड़े मामलों की जांच करने का फैसला किया हैं।
दाऊद इब्राहिम और अन्य सहयोगियों के नामों का उल्लेख किया
सूत्रों के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उन्हें गहन जांच शुरू करने की मंजूरी दी है। हालांकि एनआईए के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि एनआईए द्वारा दर्ज प्राथमिकी में दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों के नामों का उल्लेख किया गया है।अधिकारी ने कहा कि दाऊद लंबे समय से पूरे भारत में आतंकी गतिविधियां फैला रहा था। उन्होंने हवाला चैनलों के माध्यम से उन लोगों की आर्थिक मदद की है जो पूरे भारत में अशांति पैदा करने के लिए उनके इशारे पर काम कर रहे हैं।
डी-कंपनी पर कड़ी नजर रखी गई
सूत्रों के मुताबिक,एजेंसियां डी-कंपनी की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही हैं और पाया गया है कि हाल के दिनों में उन्होंने दंगा जैसी स्थिति पैदा करने के लिए पूरे भारत में लोगों की भर्ती की है।वे राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं और विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश भी कर रहे हैं।
एनआईए के मुताबिक
एनआईए के अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, इससे पहले भारत भर में हुई कई राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में दाऊद की संलिप्तता के बारे में हमारे साथ बहुत सारी जानकारी साझा की गई थी। वह भारत में लोगों की भर्ती कर रहा है लेकिन उनके द्वारा संवाद करने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग किया जा रहा है। हमने उनमें से कुछ को इंटरसेप्ट किया और पता चला कि एक गहरी साजिश रची जा रही थी। जिसमेंअब उपलब्ध सामग्री के आधार पर हमने दाऊद और डी-कंपनी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।एनआईए की जनसंपर्क अधिकारी संजुक्ता ने केवल डी-कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज होने की पुष्टि की।इस बीच, मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआईए ने मामले की जांच के लिए अपने अधिकारियों की एक टीम बनाई है।