तृणमूल कांग्रेस ने कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी और आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा को निलंबित करने के लिए बीजेपी सरकार की आलोचना की। टीएमसी ने केंद्र सरकार पर असहमति की आवाज दबाने का आरोप लगाया है। पश्चिम बंगाल के सत्तारूढ़ दल टीएमसी ने कहा कि लोकतंत्र पर इस हमले से विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) पर असर नहीं पड़ेगा। टीएमसी के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि सरकार असहमति की हर आवाज को दबाने के लिए विशेषाधिकार प्रस्ताव का इस्तेमाल कर रही है।
टीएमसी सांसद ब्रायन ने एक्स ने कहा:
AAP सांसद राघव चड्ढा को शुक्रवार को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट लंबित रहने तक ‘‘नियमों के घोर उल्लंघन, कदाचार, अपमानजनक रवैये और अवमानना पूर्ण आचरण’’ के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। टीएमसी सांसद ब्रायन ने एक्स (पूर्व में ट्विटर नाम था) पर पोस्ट में कहा, ‘सांसदों को निलंबित करना। मणिपुर की उपेक्षा करना। असहमति की हर आवाज को दबाने के लिए विशेषाधिकार प्रस्तावों (5 सांसदों) का हथियार के रूप में इस्तेमाल करना। प्रधानमंत्री मोदी, लोकतंत्र पर इस हमले से ‘इंडिया’ नहीं रुकेगा। ‘इंडिया’ जीतेगा भारत। ‘ हम अपने अधिकारों और लोगों हम पीछे नहीं हटेंगे, हम आगे बढ़ेंगे और साथ मिलकर काम करेंगे– गोगोई
वहीं इस पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, ‘डेरेक ओ’ब्रायन की निलंबन, AAP सांसद का निलंबन और अब कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी की निलंबन करके बीजेपी अपनी आवाज उठाने में I.N.D.I.A. के लिए बाधाएं पैदा कर रही है। ‘ उन्होंने कहा, ‘लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे, हम आगे बढ़ेंगे और साथ मिलकर काम करेंगे। हम अपने अधिकारों और लोगों के मुद्दों के लिए आवाज उठाएंगे। अंत में, हम जीतेंगे। ‘इसके अलावा, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को सदन से निलंबित किए जाने के विरोध में ‘इंडिया’ गठबंधन के विपक्षी दलों ने शुक्रवार को लोकसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया। चौधरी को विशेषाधिकार समिति की तरफ से जांच लंबित रहने तक ‘बार-बार कदाचार’ के लिए गुरुवार (10 अगस्त) को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया था।