पूर्व पीएम और कांग्रेस के दिवंगत नेता राजीव गांधी जिनके चर्चे अक्सर राजनीति में सुनाई देते है उनके द्वारी किये गए कार्यों की आज भी चर्चा होती है इसी के साथ कई विवाद भी है जिनको लेकर वो सुर्खियों में रहा करते थे।
राजीव गांधी की जयंती
आज राजीव गांधी की जयंती है तो आज उन्हीं से जुड़े कार्यों के बारे में बात करेंगे। वैसे तो विपक्ष हमेशा से ही राजीव गांधी के कई फैसलों को लेकर कांग्रेस पर हमलावर रहता ही है लेकिन फिर भी कई बड़े फैसलों को लेकर राजीव गांधी का नाम लिया जाता है
राजीव गांधी ने ही मतदान की उम्र को 18 किया था
आज जो आप 18 साल की उम्र में मतदान करते है ये राजीव गांधी की ही देने है उनके समय में मतदान करने की उम्र 21 हुआ करती थी लेकिन राजीव गांधी ने मतदान करने की उम्र को 18 साल कर दिया था।
ईवीएम मशीन को लेकर भी लिया था फैसला
इसी के साथ राजीव गांधी ने ईवीएम मशीन को चुनाव में शामिल करने के लिए भी कई कदम उठाए थे उनका मानना था कि ऐसा करने से चुनाव प्रक्रिया में सुधार होगा और बैलट पेपर में होने वाली धांधली को रोका जा सकेगा।
गांवो के विकास के मसीहा माने जाते है राजीव गांधी
इसके साथ ही गांवो के विकास को लेकर भी राजीव गांधी ने कई फैसले लिए थे। राजीव गांधी का मानना था कि देश के गांवों की उन्नति देश की उन्नति है। उन्होंने गांवों को सशक्त बनाने के लिए कई कदम उठाए। पंचायती राज का फैसला भी राजीव गांधी ने किया था। उन्होंने पूरे देश में ग्राम सरकार की अवधारणा लागू की और संविधान में संसोधन करके ग्राम पंचायतों को सशक्त किया था।
गांव की पंचायत को दी थी पावर
उन्होंने गांव की आबादी को अपना फैसला खुद करने की स्वतंत्रता दी थी इतना ही नहीं वह कहते थे कि जब ग्राम पंचायतों को सत्ता में वह दर्जा मिलेगा जो संसद और विधानसभा का है तो लोकतंत्र में गांवों की भागीदारी बढ़ जाएगी। साल 1985 में पंचायती राज अधिनियम के जरिए राजीव गांधी सरकार ने पंचायतों को वित्तीय और राजनीतिक अधिकार दिए थे जिसके बाद आज छोटे छोटे गांव में प्रधान पंचायतों को पावर मिली हुई है।
कंप्य़ूटर की पहल
इसके साथ ही कंप्यूटर का श्रेय भी राजीव गांधी को जाता है आज जो कंप्य़ूटर आप चला रहे है उसकी पहल राजीव गांधी ने की थी। उनका मानना था कि युवा पीढ़ी कंप्यूटर और विज्ञान के जरिए ही आगे जा सकती है। राजीव गांधी जब पीएम थे तो उन्होंने विज्ञान और टेक्नालॉजी के लिए सरकारी बजट को बढ़ाया और यह पहल की गई कि हर देशवासी कंप्यूटर का प्रयोग कर सके।
1986 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति का ऐलान
राजीव गांधी जब पीएम थे तो उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में ऐसा ही एक प्रभावी कदम उठाया था। उन्होंने 1986 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति का ऐलान किया था जिसके तहत पूरे देश में जवाहर नवोदय विद्यालय की स्थापना करने का काम शुरू हुआ था। इस कार्यक्रम का मकसद था कि गांव में रहने वाले बच्चे भी अपनी पढ़ाई को एक नई दिशा दे सकें और एक शिक्षित समाज का निर्माण हो
1988 में भारत चीन के रिश्तो को बनाया था बेहतर
चीन और भारत के बीच 1962 में युद्ध हुआ था जिसके बाद से भारत और चीन के बीच संबंध बहुत खराब हो गए थे। इसके बाद 1988 में पीएम रहने के दौरान राजीव गांधी ने चीन की यात्रा की और भारत-चीन संबंधों को सामान्य करने की कोशिश की थी ताकि दोनेों देशो के बीच शांति बनी रहे। इसी सराहनीय कार्य को लेकर राजीव गांधी का नाम लिया जाता है। तो इस तरह के कार्य राजीव गांधी ने पीएम के दौरान किया था।