केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार आज दोपहर 2 बजे सदन में मणिपुर हिंसा पर चर्चा चाहती है। उन्होंने पुष्टि की कि केंद्र हिंसा प्रभावित पूर्वोत्तर राज्य की स्थिति पर चर्चा करने के लिए तैयार है। गोयल ने विपक्ष की सोच में खोट होने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार आज ही 2 बजे सदन ( राज्य सभा) में मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष चर्चा से भाग रहा है। गोयल ने कहा कि विपक्ष की सोच में खोट है और चर्चा के दौरान अपने काले कारनामे खुल जाने के डर के कारण वे मणिपुर पर चर्चा करने से भाग रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष जब चाहे, सरकार चर्चा के लिए तैयार है। सदन का बहुमत सदन चलने के पक्ष में है लेकिन कुछ दल सदन को नहीं चलने दे रहे हैं जो कि निंदनीय है।
वह चिंताजनक और निन्दाजनक है
गोयल ने कहा कि, मणिपुर संवेदनशील विषय है, सरकार पिछले 10 दिन से विपक्ष से चर्चा होने देने का अनुरोध कर रही है लेकिन जिस तरह का व्यवहार विपक्षी दल सदन के अंदर और सदन के बाहर कर रहे हैं, वह चिंताजनक और निन्दाजनक है। सरकार सार्थक, गंभीर और संवेदना के साथ चर्चा चाहती है लेकिन विपक्ष नियमों को लेकर अड़ा हुआ है, क्योंकि वह चर्चा चाहते ही नहीं है। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार के पास संख्या है, चर्चा की तारीख स्पीकर तय करते हैं और वे जब भी चर्चा का दिन तय करेंगे, सरकार अपना जवाब देगी। लेकिन ऐसा कोई नियम नहीं नहीं है कि इसकी वजह से बाकी कार्य रुक जाते हैं।
वह चिंताजनक और निन्दाजनक है
गोयल ने कहा कि, मणिपुर संवेदनशील विषय है, सरकार पिछले 10 दिन से विपक्ष से चर्चा होने देने का अनुरोध कर रही है लेकिन जिस तरह का व्यवहार विपक्षी दल सदन के अंदर और सदन के बाहर कर रहे हैं, वह चिंताजनक और निन्दाजनक है। सरकार सार्थक, गंभीर और संवेदना के साथ चर्चा चाहती है लेकिन विपक्ष नियमों को लेकर अड़ा हुआ है, क्योंकि वह चर्चा चाहते ही नहीं है। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार के पास संख्या है, चर्चा की तारीख स्पीकर तय करते हैं और वे जब भी चर्चा का दिन तय करेंगे, सरकार अपना जवाब देगी। लेकिन ऐसा कोई नियम नहीं नहीं है कि इसकी वजह से बाकी कार्य रुक जाते हैं।