भाजपा अध्यक्ष अ‌मित शाह की जान को खतरा, एएसएल कवर की अ‌ति‌रिक्त सु‌विधा ‌मिली - Punjab Kesari
Girl in a jacket

भाजपा अध्यक्ष अ‌मित शाह की जान को खतरा, एएसएल कवर की अ‌ति‌रिक्त सु‌विधा ‌मिली

NULL

नई दिल्ली : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अ‌मित शाह आतं‌कियों के ‌निशाने पर है।  इस‌लिए अमित शाह की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वह उन चुनिंदा हस्तियों के क्लब में शामिल हो गए हैं, जिन्हें एएसएल यानी एडवांस सिक्योरिटी लिएज़निंग की अतिरिक्त सुविधा मिली है। अभी तक जेड प्लस सिक्योरिटी से लैस अमित शाह अब पूरे भारत में एएसएल कवर भी प्राप्त करेंगे। इंटेलीजेंस ब्यूरो की सुरक्षा समीक्षा के बाद गृहमंत्रालय ने अमित शाह की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया है। नई सुविधा के तहत बीजेपी अध्यक्ष शाह को जिस जगह का दौरा करना होगा, सबसे पहले वहां एएसएल टीम पहुंचकर सुरक्षा की दृष्टि से मुआयना करेगी और राज्यों के पुलिस प्रशासन को सुरक्षा से जुड़े सुझावों का पालन करने को कहेगी।

एक अफसर के मुताबिक गृहमंत्रालय पहले ही सभी राज्यों को अमित शाह की नई सुरक्षा व्यवस्था से जुड़ी पूरी प्रक्रिया के पालन का निर्देश दे चुका है। अमित शाह के दौरे के दो सप्ताह पहले ही एएसएल (ASL) टीम कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करेगी। दरअसल हाल में अमित शाह की सुरक्षा को लेकर एक समीक्षा मीटिंग हुई थी, जिसमें आईबी ने उन्हें उच्च खतरे वाले व्यक्तियों की श्रेणी में बताते हुए सुरक्षा में बढ़ोत्तरी की सिफारिश की। जिसके बाद यह फैसला लिया गया। अमित शाह को राउंड क्लॉक सीआरपीएफ का सुरक्षा कवच मिलता है। इसके अलावा 30 कमांडों हर वक्त उन्हें अपने घेरे में लिए रहते हैं। इसके अतिरिक्त उनकी सुरक्षा में राज्यों की स्थानीय पुलिस भी लगी होती है।

फिलहाल एएसएल टीम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह की सुरक्षा को कवर करती है। बता दें कि जिन हस्तियों की जान को खतरा होता है, उन्हें कई प्रकार की सुरक्षा मिलती है। मसलन, एसपीजी, जे प्लस, जेड, वाई और एक्स कटेगरी की सुरक्षा मिलती है। समय-समय पर हस्तियों की सुरक्षा की समीक्षा होती है। जिसके मद्देनजर जरूरत के हिसाब से सुरक्षा को घटना और बढ़ाने का फैसला होता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।