मिट गया गुलामी का प्रतीक ‘राजपथ’, आज ‘कर्तव्य पथ’ के रूप में नए इतिहास का सृजन - PM मोदी - Punjab Kesari
Girl in a jacket

मिट गया गुलामी का प्रतीक ‘राजपथ’, आज ‘कर्तव्य पथ’ के रूप में नए इतिहास का सृजन – PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को राजपथ को गुलामी का प्रतीक करार दिया और राष्‍ट्रपति भवन से इंडिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को ‘‘राजपथ’’ को गुलामी का प्रतीक करार दिया और राष्‍ट्रपति भवन से इंडिया गेट के बीच के मार्ग ‘‘कर्तव्‍य पथ’’ का उद्धाटन करते हुए कहा कि यह भारत के लोकतांत्रिक अतीत और सर्वकालिक आदर्शों का जीवंत मार्ग है तथा इससे नए इतिहास का सृजन भी हुआ है।
उन्होंने इंडिया गेट के निकट स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की 28 फुट ऊंची प्रतिमा का भी अनावरण किया और कहा कि आजादी के बाद उन्हें भुला दिया गया और उनके विचारों तथा उनसे जुड़े प्रतीकों को नजरअंदाज किया गया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भारत उनकी राह पर चला होता तो आज वह ऊंचाइयों पर होता।
राष्‍ट्रपति भवन से इंडिया गेट के बीच के मार्ग ‘‘कर्तव्‍य पथ’’ का उद्घाटन और नेताजी की प्रतिमा का अनावरण मोदी सरकार की महत्‍वाकांक्षी सेंट्रल विस्‍टा पुनर्विकास परियोजना के अंतर्गत पुनर्निमित किया गया है।
इसके बाद अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि यह ‘‘ऐतिहासिक और अभूतपूर्व’’ अवसर गुलामी की मानसिकता के परित्याग का पहला उदाहरण नहीं है और ना ही शुरुआत और अंत ही है।
उन्होंने कहा, ‘‘ये मन और मानस की आजादी का लक्ष्य हासिल करने तक निरंतर चलने वाली संकल्प यात्रा है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुलामी का प्रतीक किंग्स-वे यानि राजपथ आज से इतिहास की बात हो गया है और हमेशा के लिए मिट गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘‘आज कर्तव्य पथ के रूप में नए इतिहास का सृजन हुआ है। मैं सभी देशवासियों को आजादी के इस अमृतकाल में गुलामी की एक और पहचान से मुक्ति के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।’’
उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में देश को आज एक नई प्रेरणा और नई ऊर्जा मिली है
उन्होंने कहा, ‘‘आज हम गुजरे हुए कल को छोड़कर, आने वाले कल की तस्वीर में नए रंग भर रहे हैं। आज जो हर तरफ ये नई आभा दिख रही है, वो नए भारत के आत्मविश्वास की आभा है।’’
ज्ञात हो कि नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय से मिले एक प्रस्ताव को पारित कर ‘‘राजपथ’’ का नाम बदलकर उसे ‘‘कर्तव्य पथ’’ किया है। अब इंडिया गेट पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा से लेकर राष्ट्रपति भवन तक पूरे इलाके को ‘‘कर्तव्य पथ’’ कहा जाएगा।
नेताजी की प्रतिमा के अनावरण का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि पहले वहां गुलामी के समय ब्रिटिश राजसत्ता के प्रतिनिधि की प्रतिमा लगी हुई थी लेकिन आज देश ने उसी स्थान पर नेताजी की प्रतिमा की स्थापना करके आधुनिक और सशक्त भारत की प्राण प्रतिष्ठा भी कर दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह अवसर ऐतिहासिक है, अभूतपूर्व है।’’
प्रधानमंत्री ने नेताजी को ऐसा ‘‘महामानव’’ बताया जो पद और संसाधनों की चुनौती से परे थे और जिनकी स्वीकार्यता ऐसी थी कि पूरा विश्व उन्हें नेता मानता था।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि ऐसे साहसी, स्वाभिमानी, दूरदृष्टि, विचार, नेतृत्व की क्षमता और नीतियों का ज्ञान रखने वाले नेताजी को आजादी के बाद भुला दिया गया और उनके विचारों को तथा उनसे जुड़े प्रतीकों तक को नजरअंदाज कर दिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा भारत सुभाष बाबू की राह पर चला होता तो आज देश कितनी ऊंचाइयों पर होता।’’
बजट पेश करने की तारीख से लेकर अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे सैकड़ों कानूनों को बदले जाने और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के जरिए देश की क्षेत्रीय भाषाओं को तरजीह दिए जाने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में एक के बाद एक ऐसे निर्णय लिए गए हैं, जिन पर नेताजी के आदर्शों और सपनों की छाप है।
उन्होंने कहा, ‘‘आज भारत के आदर्श अपने हैं, आयाम अपने हैं। आज भारत के संकल्प अपने हैं, लक्ष्य अपने हैं। आज हमारे पथ अपने हैं, प्रतीक अपने हैं।’’
बोस की प्रतिमा उसी स्थान पर स्थापित की गई है, जहां इस साल की शुरुआत में पराक्रम दिवस (23 जनवरी) के अवसर पर नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया गया था। इस होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण नेताजी की 125वीं जयंती के अवसर पर किया गया था।
यह पहली परियोजना है, जो मोदी सरकार की 13,450 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजना के तहत पूरी हुई है।
‘देश की सत्ता का गलियारा’ कहे जाने वाले सेंट्रल विस्टा के पुनर्विकास की परियोजना के तहत एक नये त्रिकोणीय संसद भवन, एक साझा केंद्रीय सचिवालय, तीन किलोमीटर लंबे राजपथ का पुनर्विकास, प्रधानमंत्री के नये निवास और कार्यालय और उपराष्ट्रपति के लिए नये एन्क्लेव की परिकल्पना की गई है।
प्रतिमा का अनावरण आजाद हिंद फौज के पारंपरिक गीत ‘‘कदम, कदम बढ़ाए जा’’ की धुन के साथ किया गया। एक भारत-श्रेष्‍ठ भारत और अनेकता में एकता की भावना को प्रदर्शित करने के लिए देश के कोने-कोने से आए 500 नर्तकों द्वारा एक सांस्‍कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
प्रतिमा का अनावरण करने के बाद प्रधानमंत्री ने नेताजी को पुष्पांजलि भी अर्पित की।
करीब 26,000 घंटे के अथक कलात्‍मक प्रयासों से अखंड ग्रेनाइट को तराश कर 65 मीट्रिक टन वजन की इस प्रतिमा को तैयार किया गया है। काले रंग के ग्रेनाइट पत्‍थर से निर्मित 28 फुट ऊंची यह प्रतिमा इंडिया गेट के समीप एक छतरी के नीचे स्‍थापित की गई है।
नेताजी की इस प्रतिमा को पारंपरिक तकनीकों और आधुनिक औजारों का उपयोग कर पूरी तरह हाथों से बनाया गया है। अरुण योगीराज के नेतृत्‍व में मूर्तिकारों के एक दल ने यह प्रतिमा तैयार की है।
प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, जी किशन रेड्डी, धर्मेंद्र प्रधान, मीनाक्षी लेखी सहित कई केंद्रीय मंत्री, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा और कई देशों के राजनयिक भी मौजूद थे।
आवास और शहरी कार्य मंत्री पुरी ने इस अवसर पर कहा कि ‘‘कर्तव्य पथ’’ देश की राजधानी का दिल है और इसका उद्घाटन ‘‘अमृत काल’’ में नए भारत के लिए प्रधानमंत्री के दूसरे ‘पंच प्रण’ यानी औपनिवेशिक मानसिकता के हर निशान को दूर करने के अनुरूप है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।