संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शनिवार को कहा कि कर्नाटक में नेतृत्व में बदलाव का सवाल ही नहीं उठता है क्योंकि मुख्यमंत्री का पद खाली नहीं है और येदियुरप्पा कुशलता से काम कर रहे हैं। येदियुरप्पा के स्थान पर मुख्यमंत्री पद की दौड़ में धारवाड से लोकसभा सदस्य जोशी के नाम को लेकर भी अटकलें लगायी जा रही हैं।
जोशी ने कहा कि इस संबंध में कोई चर्चा नहीं हुई है। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि पूरा ध्यान अभी कोविड-19 महामारी से निपटने पर होना चाहिए ना कि नेतृत्व बदलाव पर। जोशी ने कहा, ‘‘दिल्ली गए विधायकों ने क्या कहा है, मैं उससे अवगत नहीं हूं। ना तो मैं किसी से मिला हूं, ना ही किसी ने मुझसे मुलाकात की है। मुख्यमंत्री का पद भी खाली नहीं है।
येदियुरप्पा कुशलता से काम कर रहे हैं।’’ एक सवाल के जवाब में जोशी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भले ही उनकी (येदियुरप्पा) उम्र हो गयी है लेकिन वह दक्षता से काम कर रहे हैं और उनकी उम्र को ध्यान में रखते हुए नेतृत्व में परिवर्तन के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई है। जहां तक मुख्यमंत्री पद की बात है यह अभी खाली नहीं है, इसलिए नेतृत्व में बदलाव का सवाल ही नहीं उठता है।’’
पिछले कुछ समय से कयास लगाए जा रहे हैं कि सत्तारूढ़ भाजपा के भीतर 78 वर्षीय येदियुरप्पा को हटाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। राज्य के पर्यटन मंत्री सी पी योगेश्वर और हुबली-धारवाड पश्चिम के विधायक अरविंद बेलाड ने हाल में दिल्ली की यात्रा की थी। इसके बाद यहां कई तरह के कयास लगाए जाने लगे। कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कटील ने भी कहा कि येदियुरप्पा ‘‘सर्वमान्य नेता’’ हैं और वह अपना कार्यकाल पूरा करेंगे।