कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी आज छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के नाम का ऐलान कर सकते है। अशोक गहलोत,सचिन पायलट दिल्ली पहुंच चुके है। अशोक गहलोत,सचिन पायलट ने राहुल से मुलाकात की राहुल ने कहा की हमने कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और विधायकों से उनकी राय पूछी है। जैसा की कहा जा रहा था राहुल कुछ ही देर में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम का फैसला ले सकते है। राजस्थान के करौली में सचिन पायलट के समर्थको ने रोड ब्लॉक किया है
राजस्थान में मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा से पहले सुरक्षा चाक चौबंद
कांग्रेस द्वारा राजस्थान में मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा से पहले इस पद की होड़ में शामिल पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के घरों के बाहर सुबह से ही समर्थकों की भीड जुटने के बाद सुरक्षा के कडे प्रबंध किये गये हैं। गहलोत के सिविल लाइंस और पायलट के जालूपुरा स्थित निवासों पर सुबह से ही बडी संख्या में समर्थकों का जुटना शुरू हो गया था। दोनों नेताओं के समर्थकों को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री पद के लिये उनके ही नेता के नाम की घोषणा की जाएगी।
मुख्यमंत्री के नाम के ऐलान को लेकर सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निवास पर पहुंची। इससे पहले तीन राज्यों में सीएम बनाने के सवाल पर राहुल गांधी ने पत्रकारों को दिया जवाब, मुख्यमंत्री के नाम पर जल्द फैसला होगा। कई जगहों से इनपुट ले रहा हूं। लेकिन अब सस्पेंस और बढ़ता जा रहा है। बता दें राहुल गांधी संसद भवन के लिए रवाना हुए। खबर आ रही है राहुल संसद भवन सर घर वापस घर लौट गए है क्योकि उनको सचिन पायलट से मुलाकात करेंगे। खबर आ रही है कि राहुल गांधी की बहिन प्रियंका गांधी संग वाड्रा के साथ राहुल के घर पहुंच गयी है। राहुल गांधी के साथ बैठकों को दौर लगातार जारी है। पहले सचिन पायलट ने राहुल से मुलाकात की और उसके बाद अब अशोक गहलोत उनके साथ बैठक कर रहे हैं।
कांग्रेस विधायकों ने CM तय करने का अधिकार दिया राहुल गांधी को
कांग्रेस विधायक दल ने मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री चयन करने का अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को दिया है। पार्टी के विधायकों ने बुधवार की शाम को इस आशय का एक पंक्ति का प्रस्ताव पारित किया।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों ने एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को अधिकार दिया है कि वह मुख्यमंत्री के नाम पर अंतिम फैसला करें। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक आरिफ अकील ने इस आशय का प्रस्ताव विधायकों की बैठक में रखा, जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।’’
विधायकों की बैठक प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में लगभग दो घंटे तक चली इसके बाद पार्टी पर्यवेक्षकों के तौर पर यहां आये कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी और कुंवर भंवर जितेन्द्र सिंह द्वारा विधायकों से अलग-अलग राय ली जा रही है।
ओझा ने बताया कि बैठक में कांग्रेस को समर्थन दे रहे चार निर्दलीय विधायक भी मौजूद थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह, अरुण यादव और विवेक तन्खा सहित अन्य नेता भी बैठक में मौजूद थे।
प्रदेश में 28 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव के बाद बुधवार सुबह मतगणना समाप्त होने पर कांग्रेस ने 114 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है जो कि बहुमत के आंकड़े 116 से मात्र दो सीटें कम है। वहीं प्रदेश में पिछले 15 साल से सत्तारुढ़ दल भाजपा 109 सीटें हासिल कर दूसरे स्थान पर रही। प्रदेश में दो सीटों पर बसपा, एक समाजवादी पार्टी और चार सीटों पर निर्दलीयों ने विजय दर्ज की है। प्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें हैं।
इससे पहले बुधवार दोपहर को कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह, अरुण यादव और विवेक तन्खा ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से राजभवन में मुलाकात की और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने का दावा पेश किया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर कमलनाथ ने राज्यपाल को सौंपे अपने पत्र में कहा, ‘‘विधानसभा चुनावों में कांग्रेस प्रदेश में सबसे बड़े दल के तौर पर सामने आई है और कांग्रेस को बहुमत हासिल है। बसपा, सपा और निर्दलीय विधायकों ने भी कांग्रेस के प्रति समर्थन व्यक्त किया है।’’ उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया कि कांग्रेस को प्रदेश में सरकार बनाने का अवसर दिया जाये।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने राजभवन के बाहर संवाददाताओं को बताया, ‘‘प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा में बसपा के दो, सपा का एक और चार निर्दलीय के समर्थन से कांग्रेस के पास समर्थन का कुल आंकड़ा 121 विधायकों का है।’’