बीजेपी केंद्र में अपना वर्चस्व कायम रखने के लिए उत्तर भारत के साथ ही पूर्व -पूर्वोत्तर में भी उत्तर भारत की तरह सियासी पैठ बनाना चाहती हैं। बीजेपी के चाणक्य अमित शाह व पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा लगातार पूर्व व पूर्वोत्तर के राज्यों के ताबड़तोड़ दौरे कर रहे हैं। सियासी हल्कों में बीजेपी की रणनीति को लेकर विपक्षी दल भी सतर्क हो रहे हैं। लेकिन बीजेपी २०२४ के सियासी प्लान को लेकर पाक साफ दिखना चाह रही हैं। बीजेपी की कोशिश उन राज्यों में पैठ बनाने की ज्यादा हैं , जंहा वह कुछ अच्छा करने की जुगत में दिख रही हैं। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा पूर्वोत्तर के किसी भी राज्य हर माह दो दिन का दौरे कर प्लान को २०२४ की तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। गत दिनों पहले पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने केरल ओडिशा ,बंगाल सहित कई राज्यों के दौरे किए थे। जिनमें मंदिर दर्शन के साथ कार्यकर्ताओं के सवांद किया। बीजेपी ने ओडिशा जैसे राज्य में अपने प्रभारियों की तैनाती कर दी हैं । हालाकिं ओडिशा में सत्ताधारी दल बीजेडी बीजेपी की परोक्ष रूप से सहयोगी हैं लेकिन पार्टी को राज्य में मजबूत करने के लिए बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं। खबरों के अनुसार बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डाव केंद्रिय गृहमंत्री अमित पूर्वोत्तर को कई राज्यों का फिर से दौरा कर सकते हैं। जिनमें से तीन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं।
पूर्वोत्तर राज्यों में 88 में से 40 बीजेपी के पास
एक टीवी समाचार चैनल की रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी के सूत्रों का मानना हैं कि पार्टी पूर्वोत्तर को राज्यों में पिछले लोकसभा चुनाव से बेहतर परिणाम लाना चाहती हैं। क्योंकि बंगाल में बीजेपी ने एक झटके में ममता से करीब 18 सीटे छीनने ली थी। जिस कारण ही बीजेपी 302 का आकंडा पाने में कामयाब रही थी। बीजेपी के पास पूर्वोत्तर में ८८ में से 40सीटे हैं। जिसको बढ़ाने के लिए पार्टी चुनाव पूर्व ही तैयारियों का अंजाम देना चाहती हैं।
पूर्वोत्तर में क्यों मेहनत करना चाहती हैं बीजेपी
बीजेपी के वरिष्ठ नेता स्वपनदास गुप्ता का मानना हैं कि बीजेपी उत्तर भारत में अच्छा करती हैं, लेकिन पूर्वोत्तर में पार्टी मौजूदगी तो अच्छी हैं लेकिन सीटे कम रह जाती हैं। इसलिए हमें विस्तार के साथ साथ वोटों के समीकरण को साधना महत्वपूर्ण हैं। स्वपनदास गुप्ता कहते हैं वह बिहार झारखंड के साथ ही पूर्व -पूर्वोत्तर में काफी अच्छा करने की रणनीति बनाने पर विचार कर रहे हैं।
पूर्वोत्तर राज्यों में 88 में से 40 बीजेपी के पास
एक टीवी समाचार चैनल की रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी के सूत्रों का मानना हैं कि पार्टी पूर्वोत्तर को राज्यों में पिछले लोकसभा चुनाव से बेहतर परिणाम लाना चाहती हैं। क्योंकि बंगाल में बीजेपी ने एक झटके में ममता से करीब 18 सीटे छीनने ली थी। जिस कारण ही बीजेपी 302 का आकंडा पाने में कामयाब रही थी। बीजेपी के पास पूर्वोत्तर में ८८ में से 40सीटे हैं। जिसको बढ़ाने के लिए पार्टी चुनाव पूर्व ही तैयारियों का अंजाम देना चाहती हैं।
पूर्वोत्तर में क्यों मेहनत करना चाहती हैं बीजेपी
बीजेपी के वरिष्ठ नेता स्वपनदास गुप्ता का मानना हैं कि बीजेपी उत्तर भारत में अच्छा करती हैं, लेकिन पूर्वोत्तर में पार्टी मौजूदगी तो अच्छी हैं लेकिन सीटे कम रह जाती हैं। इसलिए हमें विस्तार के साथ साथ वोटों के समीकरण को साधना महत्वपूर्ण हैं। स्वपनदास गुप्ता कहते हैं वह बिहार झारखंड के साथ ही पूर्व -पूर्वोत्तर में काफी अच्छा करने की रणनीति बनाने पर विचार कर रहे हैं।