महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने रविवार को बाल कल्याण समितियों (सीडब्ल्यूसी) से बाल-देखभाल गृहों का दौरा करने और ऐसे बड़े बच्चों के मामलों की समीक्षा करने को कहा, जिन्हें जल्द से जल्द गोद दिया जा सकता है।बाल-देखभाल गृहों में रहने वाले कई ऐसे बच्चे हैं, जिन्हें कानूनी रूप से गोद नहीं लिया जा सकता।
बड़े बच्चों के मामलों की समीक्षा करने के लिए कहा
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, देश भर में बाल-देखभाल गृहों में लगभग 66,000 बच्चे हैं और उनमें से 3,000 से भी कम बच्चों को कानूनी रूप से गोद लिया जा सकता है।‘बाल संरक्षण, सुरक्षा और शिशु कल्याण’ विषय पर एक परिचर्चा को संबोधित करते हुए ईरानी ने सीडब्ल्यूसी से बाल-देखभाल गृहों का दौरा करने और ऐसे बड़े बच्चों के मामलों की समीक्षा करने के लिए कहा, जिन्हें कानूनी रूप से गोद दिया जा सकता है।
गृहों के अधिकारियों सहित अन्य लोगों ने भाग लिया
कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति के सदस्यों और बाल-देखभाल गृहों के अधिकारियों सहित अन्य लोगों ने भाग लिया।ईरानी ने कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने पहले ही दो राज्यों की समीक्षा की है, जहां बड़े बच्चों के 9,000 मामलों पर गौर किया गया तथा 164 ऐसे बच्चों की पहचान की गई, जिन्हें कानूनी रूप से गोद दिया जा सकता है।