ट्विटर के को-फाउंडर और पूर्व CEO जैक डोर्सी ने दावा किया है कि भारत सरकार ने कई ट्विटर अकाउंट बंद करने के लिए दबाव डाला था। जैक डोर्सी के बयान के बाद विपक्षी दल सरकार को घेरना शुरू कर दिए हैं। बता दें अब इस मामले पर उद्धव ठाकरे गुट के नेता और सांसद संजय राउत ने कहा, मैंने देखा है कि कैसे देश का लोकतंत्र और आजादी खतरे में है और कैसे पर्दे के पीछे लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है। ह बात स्पष्ट हो जाती है। हालांकि डोर्सी के बयान को केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने झूठ करार दिया है।
राजीव चंद्रशेखर ने डोरसी के दावों का जवाब देते हुए कहा
आपको बता दें कि राजीव चंद्रशेखर ने डोरसी के दावों का जवाब देते हुए कहा कि उनके तहत, ट्विटर “भारत के कानून का बार-बार और लगातार उल्लंघन” कर रहा था और कई बार “गलत सूचनाओं को हथियार बना दिया” ट्विटर के नए सीईओ एलोन मस्क का भी भारत के सोशल मीडिया नियमों के बारे में समान विचार है, जिन्होंने पहले उन्हें “सख्त” कहा था। इस साल अप्रैल में मस्क ने कहा था कि वह ट्विटर कर्मचारियों को जेल भेजने का जोखिम उठाने के बजाय सरकार के ब्लॉकिंग आदेशों का पालन करेंगे।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, ट्विटर के पूर्व बॉस जैक डोर्सी ने कहा, प्लेटफार्म को किसानों के विरोध और सरकार की आलोचना करने वाले खातों को ब्लॉक करने के लिए भारत सरकार से “कई अनुरोध” प्राप्त हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि प्लेटफार्म को “बंद” करने और देश में अपने कर्मचारियों के घरों पर छापे मारने की धमकी दी गई थी।