भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बृहस्पतिवार को मास्टरकार्ड पर लगी रोक हटा ली है। स्थानीय स्तर पर आंकड़े रखने के नियम का अनुपालन नहीं करने को लेकर कंपनी पर अंकुश लगाए गए थे।
केंद्रीय बैंक ने अमेरिकी कंपनी मास्टरकार्ड पर भुगतान प्रणाली से जुड़े आंकड़ों के रखरखाव से संबंधित नियमों का पूरी तरह से अनुपालन होने तक नये ग्राहक बनाने से प्रतिबंधित कर दिया था।
नये घरेलू ग्राहक जोड़ने पर लगी रोक को तत्काल प्रभाव से हटाया -आरबीआई
आरबीआई ने एक बयान में कहा, ‘‘मास्टरकार्ड एशिया/पैसेफिक पीटीई लि. के भुगतान प्रणाली से जुड़े आंकड़ों के रखरखाव से संबंधित नियमों के अनुपालन के संतोषजनक पाये जाने के बाद नये घरेलू ग्राहक जोड़ने पर लगी रोक को तत्काल प्रभाव से हटा लिया गया है।’’
रिजर्व बैंक ने मास्टरकार्ड एशिया पैसेफिक को 22 जुलाई, 2021 से नये घरेलू ग्राहक (डेबिट, क्रेडिट या प्रीपेड) अपने कार्ड नेटवर्क पर जोड़ने से प्रतिबंधित कर दिया था।
मास्टरकार्ड के कार्ड का इस्तेमाल
भारत के बैंकों की ओर से जो भी डेबिट और क्रेडिट कार्ड जारी किए जाते हैं उनमें मास्टरकार्ड के भी होते हैं। मास्टरकार्ड नेटवर्क के कार्ड शॉपिंग से लेकर एटीएम से कैश निकालने या फिर ऑनलाइन पेमेंट करने समेत अन्य फाइनेंशियल काम के लिए इस्तेमाल होते हैं।