प्रतिबंधित हनीट्रैप नेशनल लिबरेशन काउंसिल (एचएनएलसी) ने केंद्र सरकार के साथ बिना-शर्त वार्ता के लिए तैयार है। समूह के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को यह जानकारी दी। संगठन ने उसके शांति प्रस्ताव का केंद्र से जवाब देने और गंभीरता दिखाने के लिए एक वार्ताकार नियुक्त करने का आग्रह किया है।
हमारा लक्ष्य संघर्ष खत्म करना – एचएनएलसी
एचएनएलसी महासचिव सैनकुपर नोनगत्राव ने एक बयान में कहा, ‘‘अभी हम संविधान के दायरे में वार्ता के लिए तैयार हैं और हम किसी पूर्व शर्त के बगैर वार्ता करने को तैयार हैं…यदि भारत सरकार भी इच्छुक है तो हम भी वार्ता के लिए तैयार हैं। (हमारा) लक्ष्य, संघर्ष खत्म करना है।
क्या हैं एचएनएलसी , जिस पर गृहमंत्रालय ने भी लगाया हैं बैन
गृह मंत्रालय ने मेघालय के एचएनएलसी बैन लगा दिया था। जो मेघालय को भारत से अलग करने के प्रयासों में जुटा था। हन्नीवट्रेप नेशनल लिब्रेशन काउंसिल (एचएनएलसी) संगठन राष्ट्र विरोधी, गैर कानूनी और हिंसात्मक गतिविधियों में शामिल हैं। इस संगठन से जुड़े सभी अग्रणी गुट लंबे समय से खुलेआम यह घोषणा करते आए हैं कि उनका मकसद मेघालय राज्य (खासी और जैंतिया जनजातीय बाहुल्य आबादी वाले) क्षेत्र को भारत संघ से अलग कराना है।