भारतीय जनता पार्टी के सांसद रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को ‘वंशवादी राजनीति’ पर प्रहार करते हुए कहा कि यह स्वाभाविक रूप से अलोकतांत्रिक है और राजनीतिक दल में आने वाली प्रतिभाओं से गंभीर रूप से समझौता करती है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा सांसद ने कहा, “परिवार वंश का अर्थ यह है कि किसी नेता का बेटा या बेटी पार्टी का नेता बनेगा। सिर्फ एक नेता नहीं बल्कि वह या तो प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री बनेगा या फिर अपनी क्षमता के बावजूद प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार। पारिवारिक शासन स्वाभाविक रूप से अलोकतांत्रिक और गैर-जिम्मेदाराना है।”
राहुल गांधी भारत जैसे देश के नेता बनने में सक्षम हैं?
रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, “राहुल गांधी की पैकेजिंग और री-पैकेजिंग चलती रहती है। लेकिन क्या कांग्रेस पार्टी कभी सोचती है कि राहुल गांधी भारत जैसे देश के नेता बनने में सक्षम हैं? कुछ भी हो, राहुल कांग्रेस के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं।
परिवारवाद भारत छोड़ो-BJP
उन्होंने कहा, बिहार और उत्तर प्रदेश में हम यही स्थिति देखते हैं। बिहार में तेजस्वी मुख्यमंत्री बनने के इच्छुक हैं, पश्चिम बंगाल में ममता के भतीजे इस पद के लिए कतार में हैं। यही बात तमिलनाडु के लिए भी लागू होती है। इससे आम लोगों की आकांक्षा के लिए कोई जगह नहीं बचती है। परिवार का शासन अलोकतांत्रिक है। प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज के ट्वीट ‘भारत छोड़ो’ पर भी बात की, जिसमें कहा गया था कि, अगर देश के लोकतांत्रिक ताने-बाने की रक्षा करनी है, तो परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की बुराइयों को भारत छोड़ना होगा।
भाजपा सांसद ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक महत्वपूर्ण अभियान शुरू किया है, परिवारवाद भारत छोड़ो, भ्रष्टाचार भारत छोड़ो और तुष्टिकरण की राजनीति भारत छोड़ो। व्यापक परिवार शासन, भारत छोड़ो, बदबूदार भ्रष्टाचार भारत छोड़ो, तुष्टिकरण की राजनीति भारत छोड़ो।”